रांची। राजधानी रांची में धनतेरस को धातु पदार्थ खरीदने के लिए शनिवार को देर रात तक रौनक का माहौल बना रहा। आभूषण विक्रेता, बर्तन कारोबारी, वाहन कारोबारी व इलेक्ट्रानिक आइटम की दुकान पर लोगों की चहलकदमी बनी रही। दो साल कोरोना महामारी से गुजरने के बाद दुकानदारों के चेहरे पर खुशी का माहौल देखने को मिला। बाजार लोगों की भीड़ से भरे नजर आए। विशेषकर शाम के समय बाजार में पैर रखने तक की स्थिति नहीं थी। अपर बाजार, चर्च रोड, कोकर, धुर्वा, रातू रोड, बिरसा चौक, मेकॉन, किशोरगंज, बाजारों में लोगों की चहल-पहल बनी रही। इन सब के बीच इंटरनेट मीडिया पर धनतेरस की बधाई का दौर पूरे दिन चलता रहा। इसके अलावा लोग घर की साज-सजावट में व्यस्त नजर आएं। रंग-बिरंगी लाइटों से नहाएं घरों से गली-मोहल्ले रोशन रहे। इलेक्ट्रानिक दुकानों पर भीड़ धनतेरस पर धातु खरीदना शुभ होता है, लेकिन बदलते दौर के साथ अब लोग जरूरत के मुताबिक इलेक्ट्रानिक आइटम भी खरीदने लगे हैं। मोबाइल, लैपटाप, फ्रिज, टीवी, माइक्रोवेव, वाशिग मशीन, स्पीकर, एयर प्यूरीफायर इत्यादि सामानों की तरफ लोगों का झुकाव रहता है पर कोरोना महामारी में मोबाइल, लैपटाप का प्रयोग बढ़ा दिया है। यहीं कारण है कि आनलाइन इनकी खरीदारी पर जोर रहा।
लोगों का मानना है कि धनतेरस का दिन खास होता है और इन दिन खरीदारी करना शुभ होता है। पूजा शर्मा ने बताया कि उन्होंने धनतेरस पर वाशिग मशीन खरीदी है। रीमा ने बताया कि धनतेरस पर धातु का शगुन होता है, पर हमारे घर में माइक्रोवेव की जरूरत है ऐसे में हमने वहीं खरीदा है। बर्तन बाजार में रौनक बर्तन बाजार में तो सुबह से ही भीड़ का माहौल बना रहा। लोग बर्तन खरीदने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। धनतेरस के दिन बर्तनों की भी खरीदारी लोगों ने जमकर की। दुकानदारों ने बताया कि कुछ नहीं हुआ तो लोग चम्मच भी खरीदकर संतुष्टि का भाव समेटे चले जाते हैं, लेकिन बर्तन की दुकान पर अब जूसर, मिक्सर जैसे बिजली से चलने वाले उत्पाद भी मिलने लगे हैं। बर्तन की दुकानों पर कैसरौल, चम्मच सेट, बर्तन सहित कई अन्य उत्पादों की खरीद के लिए काफी संख्या में लोग दुकानों में लाइन में लगे दिखे। देर रात तक खरीदारी का दौर चलता रहा। चांदी के सिक्कों ने मचाई धूम धनतेरस पर लोग भले ही चांदी-सोने की कोई बड़ा आइटम न ले, लेकिन चांदी का सिक्का तो हर कोई खरीदने का प्रयास करता है। चांदी के सिक्के ने हर साल की तरह बाजार में धाक जमाए रखी। कुछ लोगों ने शादी व समारोह के मतलब से सोने व डायमंड के आभूषण भी खरीदे। कुल मिलाकर इस बार धनतेरस पर व्यापार अच्छा रहा।
कई लोगों ने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा खरीदी, जबकि कुछ ने चांदी का गिलास व अन्य बर्तन खरीदने में रुचि दिखाई। उधर, पूजा के लिए लोग मिट्टी के लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा खरीदते नजर आएं। कुंभकारों ने बताया कि लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा विशेष रूप से बंगाल से मंगाई जाती है, क्योंकि वहां की मिट्टी दरदरी नहीं होती और मूर्ति में उससे निखार आता है। धनतेरस को लेकर इलेक्ट्रानिक बाजार में बंपर उछाल हैं। शोरूम संचालकों की माने तो इस साल सिर्फ रांची में करीब 30 से 40 करोड़ के बाजार होने की उम्मीद हैं। खास बात यह है की अब दीपावली तक खरीदारी के लिहाज से हर दिन ज्योतिष की दृष्टि से विशेष योग संयोग बन रहे है।
लगा रहा जाम शनिवार शाम को इलाके में जगह-जगह जाम लगा रहा। रोड पर वाहन रेंगते रहे। बाजारों में भीड़ की वजह से सड़क किनारे ही अधिकांश वाहनों को खड़ा किया गया था। इससे जाम की स्थिति बनी रही।