Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, May 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»दुनिया»अमेरिका ने चीन को दी चेतवानी, कहा- तिब्बतियों की आवाज दबाना बंद करे
    दुनिया

    अमेरिका ने चीन को दी चेतवानी, कहा- तिब्बतियों की आवाज दबाना बंद करे

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीMay 10, 2017No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    धर्मशाला: अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेटिक पार्टी की वरिष्ठ नेता नैंसी पेलोसी ने चीन पर आरोप लगाया कि तिब्बत के लोगों की आवाज दबाने के लिए वह आर्थिक तौर-तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है। तिब्बत के हालात पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए उन्होंने कहा कि चीन की बर्बर रणनीति पर हम चुप नहीं बैठेंगे।

    यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम में नैंसी पेलोसी (76) ने कहा, “तिब्बत के मित्रों की आवाज दबाने के लिए चीन अपने आर्थिक औजारों का इस्तेमाल कर रहा है।” कार्यक्रम में तिब्बती लोगों के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा भी मौजूद थे। चीन दलाई लामा पर तिब्बत को चीन से अलग करने की कोशिश करने का आरोप लगाता रहा है।

    नैंसी पेलोसी दलाई लामा तथा तिब्बत की निर्वासित सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए मंगलवार को धर्मशाला पहुंचीं। उनके नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल में सात अमेरिकी सांसद भी शामिल हैं।

    उन्होंने कहा, “चीन के आर्थिक शक्ति होने के नाते अगर हम तिब्बत में दमन के खिलाफ आवाज नहीं उठाते हैं, तो हम दुनिया के किसी भी हिस्से में मानवाधिकार के बारे में बात करने का नैतिक अधिकार खो देंगे।”

    पेलोसी ने कहा, “न हम चुप रहेंगे, न आप चुप रहेंगे।” उन्होंने कहा, “तिब्बती लोगों के धर्म, संस्कृति तथा भाषा को लेकर चीन सरकार की बर्बर रणनीति ने दुनिया की अंतरात्मा को झंझोड़ दिया है।”

    डेमोक्रेट नेता ने कहा, “हम चुनौती से निपटेंगे, हम साथ मिलकर चुनौती का सामना करेंगे।” पिछले साल की तिब्बत यात्रा का स्मरण करते हुए पेलोसी ने कहा, “हम पोटाला पैलेस गए थे और हमने एक दूसरे से वादा किया कि अपनी तरफ से हम हर संभव प्रयास करेंगे कि वह (दलाई लामा) उस जगह पर लौटें।”

    तिब्बत की निर्वासित सरकार (केंद्रीय तिब्बत प्रशासन) की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “तिब्बत की आजादी की प्रगति की दिशा में हमें उम्मीद की किरण नजर आती है।”

    प्रतिनिधि सभा की पूर्व अध्यक्ष पेलोसी लंबे समय से तिब्बत की समर्थक रही हैं। नैंसी पेलोसी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में जिम सेनसेनब्रेनर, इलियट एंजेल, जिम मैकगवर्न, बेट्टी मैक्कुलम, जूडी चू, जॉइस बिटी तथा प्रमिला जयपाल शामिल हैं।

    मैकगवर्न ने अपने संबोधन में कहा, “हमें आपमें (दलाई लामा) विश्वास है और आपके साथ खड़े हैं।” उन्होंने ट्रंप प्रशासन से दलाई लामा से मुलाकात करने की अपील की। जयपाल ने कहा, “सच्चाई की हमेशा विजय होती है।” दलाई लामा 100,000 से अधिक तिब्बतियों के साथ भारत में रह रहे हैं। सन् 1959 में चीन से पलायन के बाद से ही दलाई लामा भारत में रह रहे हैं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous ArticleWipro और TCS के बाद इंफोसिस भी करेगी बड़े पैमाने पर इंजीनियरों की छंटनी
    Next Article एफबीआई प्रमुख को बर्खास्त कर विवादों में ट्रंप
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के दावे से पाकिस्तान में खलबली

    May 9, 2025

    पाकिस्तान-भारत के मौजूदा तनाव ने अफगानिस्तान की चिंता बढ़ाई

    May 8, 2025

    तालिबान और एनआरएफ एक-दूसरे पर हमला न करने पर सहमत

    May 8, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • सरायकेला में रंगदारी नहीं देने पर दुकानदार को गोली मारी
    • झारखंड कैबिनेट की बैठक संपन्न, 34 प्रस्तावों को मिली मंजूरी
    • झारखंड का तापमान पहुंचा 40 डिग्री
    • बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के दावे से पाकिस्तान में खलबली
    • मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला हालात का जायजा लेने जम्मू पहुंचे
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version