गणतंत्र दिवस पर रांची में राज्यपाल और दुमका में मुख्यमंत्री ने फहराया तिरंगा
रांची के मोरहाबादी मैदान में नौ विभागों की ओर से झांकी निकाली गयी
रांची। 74वें गणतंत्र दिवस पर गुरुवार को मोरहाबादी मैदान में राज्यपाल रमेश बैस और पुलिस लाइन दुमका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तिरंगा फहराया। साथ ही परेड का निरीक्षण भी किया। इस दौरान नौ विभागों की ओर से झांकी भी निकाली गयी। इसमें सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की झांकी को पहला और ग्रामीण विकास विभाग की झांकी को दूसरा स्थान मिला।
इस वर्ष झांकी में बदलते झारखंड की तस्वीर दिखी। अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष पर राज्य में पाये जाने मोटे अनाज के उत्पादन को लेकर हो रही तैयारी से संबंधित झांकी भी पेश की गयी। बिहार से अलग होकर झारखंड के अस्तित्व में आने के 22 साल बाद यह पहला मौका है, जब आयुष की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया गया है। इसके अलावा इको टूरिज्म, राज्य की ऐतिहासिक धरोहर, बदलता आयुष और स्वस्थ झारखंड के थीम पर विभिन्न झांकियां निकाली गयी।
इको टूरिज्म को दर्शाया वन विभाग : वन विभाग की झांकी इको टूरिज्म की थीम पर आधारित है। इसमें लोध फॉल के मॉडल, बेतला नेशनल पार्क का मुख्य द्वार और दलमा में तैयार किये गये नये कॉटेज के बारे में बताया गया, ताकि राज्य के पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
ऐतिहासिक धरोहर की दिखी झलक : सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से इस वर्ष की झांकी में ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाया गया। इसमें मुख्य रूप से पलामू किले की झलक दिखायी गयी। साथ ही आम लोग कैसे इस ऐतिहासिक धरोहर से जुड़ कर राज्य के ऐतिहासिक गौरव के साक्षी बन सकते हैं, इसकी प्रेरणा दी गयी।
बदलता आयुष, स्वस्थ झारखंड का मिला संदेश : आयुष विभाग की झांकी को ‘बदलता आयुष, स्वस्थ झारखंड’ के थीम पर तैयार किया गया है। झांकी में आयुर्वेद, यूनानी, योग और होमियोपैथी से लोगों का परिचय कराया गया। इसके अलावा स्वास्थ्य लाभ के लिए योग के विशिष्ट आसन, पंचकर्म सह सेवा केंद्र में ‘सीरोधरा’ की प्रक्रिया से उपचार और नामकुम में तैयार हो रहे आयुष ड्रग टेस्टिंग लैब की झलक दिखायी गयी।
रांची के जेल रोड स्थित राज्य योग केंद्र में इसकी तैयारी चल रही थी। आयुष विभाग की इस झांकी में चिकित्सा की हर देसी विद्या से लोगों का परिचय कराया। होम्योपैथी, यूनानी और सिद्धा के बारे में भी लोगों को बताया गया। साथ ही आयुष का एक ही टैब्लो होगा, जिसमें देसी चिकित्सा की सभी पांच पद्धतियों (आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्धा और होम्योपैथी) के बारे में भी बताया गया।
इन विभागों की भी दिखी झांकी : इसके अलावा गणतंत्र दिवस के मौके पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से झांकी प्रस्तुत की गयी।
कृषि विभाग की झांकी में दिखा मिलेट्स कैफे : कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग की झांकी को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के थीम ‘बेहतर आपके लिए, किसान के लिए और स्वास्थ्य के लिए’ पर तैयार किया गया है। झांकी में पांच फीट लंबाई और पांच फीट की चौड़ाई में राज्य का मानचित्र दिखा।
इसमें राज्य के विभिन्न जिलों में उपजाये जाने वाले मोटे अनाज जैसे- मड़ुआ, कोदो, ज्वार, बाजरा, चीन, कंगनी, गुंदली, सावा, कौनी और जौ से परिचय कराया गया। झांकी के माध्यम से कैसे कृषि विभाग इन मोटे अनाजों के उत्पाद को किसानों के बीच बढ़ावा दे रहा है। साथ ही मिलेट्स कैफे के जरिये कैसे इन्हें कॉमर्शियल फूड के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है का संदेश दिया गया।