दुमका: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दुमका के आउटडोर स्टेडियम में बुधवार को 15 करोड़ 90 लाख रुपये की कई योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके बाद रघुवर दास ने पंचायत स्वयंसेवकों के प्रमंडलीय सम्मेलन सह सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में कहा कि मोमेंटम झारखंड का असर दिखने लगा है।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि डिग्री के साथ हुनर भी चाहिए। हमें स्किल्ड झारखंड बनाना है। इसके लिए 700 करोड़ रुपये का बजट का प्रावधान किया गया है। हर पंचायत से 100 युवक-युवतियों को चिह्नित कर स्किल्ड किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार अनाथ बच्चों का नाथ बनेगी। इसमें पंचायत सेवकों की भूमिका अहम होगी।
बिना गांधी दर्शन के थाना और ब्लॉक में काम नहीं होता
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार चाहे पंचायत स्तर पर हो या शीर्ष स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इसके लिए सबका सहयोग जरूरी है। ब्लॉक और थाना की कार्यशैली से सरकार की छवि बिगड़ती है। बिना गांधी के दर्शन के यहां कोई काम नहीं होता। इसे खत्म करना है। बिचौलिया राज खत्म होगा। भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि अब वोट की नहीं विकास की राजनीति होगी। गरीबी को खत्म करना सरकार की प्राथमिकता है। ब्लॉक के चक्कर से छुटकारा मिलेगा।
सम्मानित किये गये पंचायत सेवक
मौके पर सीएम ने कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। साथ ही कृषकों को कृषि उपकरण तथा समाज कल्याण विभाग की ओर से चार दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल एवं उत्कृष्ट कार्य के लिए दुमका जिला के पांच पंचायत स्वयं सेवकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, लुइस मरांडी और राज पालिवार तथा विकास आयुक्त अमित खरे उपस्थित थे।
नौकरी नहीं, सेवा भाव से काम करें पंचायत सेवक : मुख्यमंत्री
पंचायत स्वयंसेवकों से संवाद के दौरान उनकी समस्याएं सुनते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के वृक्ष को भ्रष्टाचार के दीमक से बचाना होगा। सभी लोग समर्पण और बिना किसी लोभ के समाज के हित में कार्य करें। पंचायत सेवक नौकरी नहीं सेवा समझ कर उत्तरदायित्व का निर्वहन करें। वे सरकार की नीतियों को बेहतर तरीके से आम जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। स्वंयसेवकों की समस्याओं का उन्हें अहसास है। मानदेय की मांग पर उन्होंने कहा कि यह पद सेवा का है, जिसकी रुचि सेवा में है और लोगों की सेवा करना चाहते हैं, वे ही इस कार्य में रहें। उनके प्रत्येक कार्य के लिए प्रोत्साहन राशि मिलेगी। सीएम ने मौके पर ही सभी 24 जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे पंचायत स्वयंसेवकों के लिए आवंटित प्रोत्साहन राशि का 30 मई से पहले भुगतान कर दें। इससे राज्य के लगभग 22000 पंचायत स्वयंसेवक लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी 24 जिलों के सभी बीडीओ को यह कड़ा निर्देश दिया कि स्वयं सेवकों द्वारा दी गयी अपनी पंचायत की समस्याओं और शिकायतों का निष्पादन समय सीमा में करें।