गिरिडीह। झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शुक्रवार को नक्सल प्रभावित पीरटांड़ प्रखंड का दौरा किया और विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। वे जैनियों के तीर्थराज मधुबन स्थित तमिलनाडु भवन फीनचे और यहां पर आयोजित लघु पंचकल्याणक महोत्सव में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने सिंघपुर पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हिस्सा लिया। इस दौरान पारंपरिक लोक नृत्य के साथ उनका स्वागत किया गया।
राज्यपाल ने सिंहपुर में आंगनबाड़ी के केंद्र और स्कूल में बच्चों के बीच टॉफी बांटी। काफी देर तक बच्चों के साथ समय बिताया। इस दौरान राज्यपाल ने ग्रामीणों की समस्याओं को भी सुना और समस्याओं के समाधान कराने की बात कही। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने सबसे पहले भारत माता को नमन किया। उन्होंने कहा कि भले ही हमारे पंथ और भाषा अलग हों लेकिन हम सब भारतीय हैं और हम सब एक हैं।
राज्यपाल ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता गांवों का विकास कराना है। इसके लिए भागीदारी व एकजुटता जरूरी है। अगर हम भी एकजुट रहेंगे तो विकास निश्चित होगा। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधियों ने स्कूल की चहारदीवारी के निर्माण की बात कही। इस पर राज्यपाल ने तुरंत डीसी नमन प्रियेश लकड़ा को बिल पास कर चहारदीवारी कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे को परेशानी होती है तो तुरंत एसपी-डीसी को सूचना दें। वैसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं रहती है। इस कारण बड़ी संख्या में लोग सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते है। इस बीच कई लोगों ने कहा कि सिंहपुर पंचायत में पानी की समस्या भी है लेकिन इसपर किसी का ध्यान नहीं जाता है। इसपर राज्यपाल ने कहा कि सिंहपुर गावं में घर – घर तक पानी पहुंचेगा। यदि इस गांव के विकास के लिए फंड नहीं है तो तुंरत फंड दिया जाएगा। सिंहपुर पूरे राज्य में मॉडल के रूप में विकसित होगा।
इसके बाद राज्यपाल पीरटांड स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पहुंचे। यहां बच्चियों ने उनका स्वागत किया। राज्यपाल ने बच्चियों से बातचीत की और उनका हाल जाना।