काठमांडू। भारत के मुर्रा प्रजाति के भैंसों की मदद से नेपाल में भैंसों की नस्ल सुधारी जाएगी। नेपाल के कृषि मंत्रालय का मानना है कि इससे भैंसों के दूध उत्पादन में भी वृद्धि होगी।
नेपाल के कृषि मंत्रालय के प्रवक्ता प्रकाश कुमार संजेल ने बुधवार को बताया कि भारत सरकार की मदद से प्राप्त होने वाले 15 मुर्रा प्रजाती के भैंसों से हर साल कम से कम एक लाख भैंसों का कृत्रिम गर्भाधान कराने का लक्ष्य तय किया गया है। उम्मीद है कि इससे भैंसों की नस्ल तो सुधरेगी ही, दूध उत्पादन में भी वद्धि होगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ की हालिया चार दिवसीय भारत यात्रा के दौरान भारत सरकार ने मुर्रा प्रजाति के भैंसों को मुफ्त में प्रदान करने की घोषणा की थी।
प्रवक्ता संजेल ने बताया कि नेपाल के पशु सेवा विभाग के तहत राष्ट्रीय पशु प्रजनन कार्यालयों में मुर्रा प्रजाति के भैंसों के जरिए उच्च गुणवत्ता वाले वीर्य का उत्पादन किया जाएगा और किसानों को कृत्रिम गर्भाधान के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में नेपाल ने भारत से मुर्रा प्रजाति की 30 भैंसों को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था।