जयपुर, 17 जुलाई (हि.स.)। ट्रेन मेें किसी यात्री का सामान छूटा तो, किसी का बच्चा बिछड़ गया। ऐसे मेें यात्रियों के लिए हमदर्द बनकर आगे आ रही रेलवे सुरक्षा बल यात्रियों की सुरक्षा के लिए मुस्तैदी के साथ तैनात है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) रेलवे संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही है। आरपीएफ की मुस्तैदी और त्वरित कार्यवाही से यात्रियों के छूटे सामान को सकुशल वापस लौटाया गया। साथ ही एवं नाबालिग बच्चों को भी सकुशल सुपुर्द किया गया।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार ऑपरेशन नन्हे फरिस्ते के तहत 08 जुलाई को जयपुर रेलवे स्टेशन पर 01 नाबालिक लडक़ी को रेलवे सुरक्षा बल की ओर चाईल्ड हैल्प लाइन जयपुर को एवं 30 जून को अलवर रेलवे स्टेशन पर 01 लावारिस लडक़े को रेलवे सुरक्षा बल की ओर चाईल्ड हैल्प लाइन अलवर को सुपर्द किया। ऑपरेशन अमानत के तहत नौ जुलाई ट्रेन संख्या 12974 में यात्रा कर रहे यात्री की ओर से जल्दबाजी में दूसरी ट्रन में बैठ जाने के कारण कीमती सामान को रेलवे सुरक्षा बल जयपुर से एवं 30 जून को ट्रेन संख्या 20978, वंदे भारत में ऑटोमेटिक दरवाजे बंद होने से यात्री का कीमती बैग छूट जाने पर रेलवे सुरक्षा बल जयपुर ने सही सलामत यात्री को सुपुर्द किया। ऑपरेशन यात्री सुरक्षा के तहत 06 से 12 जुलाई तक उत्तर पश्चिम रेलवे के क्षेत्राधिकार में अलग-अलग ट्रेनों और स्टेशनों पर भीड़ में जेब तराशी का प्रयास कर रहे कुल 5 आरोपियों को रेलवे सुरक्षा बल ने गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही के लिए रारेपु को सुपुर्द किया गया।
इसी तरह ऑपरेशन डिग्निटी के तहत रेसुब की और से 5 जुलाई को रेलवे स्टेशन जोधपुर पर तीन मानसिक बीमार,विक्षिप्त व्यक्तियों को अपना घर आश्रम भिजवाया गया।
महाप्रबन्धक उत्तर पश्चिम रेलवे विजय शर्मा के दिशा-निर्देशों में रेलवे यात्रियों की संरक्षित एवं सुरक्षित यात्रा के लिए कटिबद्ध है और इसके लिए रेल सुरक्षा बल हमेशा तत्पर है। किसी स्थिति मेें यात्री हेल्पलाइन नंबर 139 पर पर भी सूचना कर सकते है।