काठमांडू। नेपाल के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ शुक्रवार सुबह इटली की यात्रा से लौट आये हैं। उन्होंने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंत्रियों के इस्तीफे की मांग पर नाराजगी जताते हुए कहा कि संसद को नहीं चलने देने की संस्कृति देश को गलत रास्ते पर ले जाएगी।
नेपाल के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ ‘प्रचंड’ 22 जुलाई की शाम को इटली की एक सप्ताह की यात्रा पर रवाना हुए थे। वे वहां 24 जुलाई से रोम में होने वाले संयुक्त राष्ट्र खाद्य प्रणाली शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गए थे। पीएम दहल के साथ उनकी बेटी गंगा दहल, कृषि और पशुधन विकास मंत्री बेदुराम भुसाल, राष्ट्रीय योजना आयोग के सदस्य जय कांत राउत और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी थे।
इटली की यात्रा से लौटे प्रधान मंत्री ‘प्रचंड’ ने टिप्पणी की है कि विपक्षी सीपीएन (यूएमएल) राजनीतिक उद्देश्यों के लिए मंत्रियों के इस्तीफे की मांग कर रहा है। उन्होंने राजनीतिक मंशा से प्रेरित होकर इस्तीफा मांगने को गलत संस्कृति बताया। उन्होंने कहा कि कहा कि संसद को नहीं चलने देने की संस्कृति देश को गलत रास्ते पर ले जाएगी।
दरअसल, नेपाल में सोने की तस्करी के मामले में उच्च स्तरीय जांच समिति के गठन की मांग को लेकर विपक्षी यूएमएल ने संसद को बाधित कर दिया है। यूएमएल ने गृह मंत्री और वित्त मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। जुलाई के पहले हफ्ते में प्रचंड के विवादित बयान के कारण विपक्ष ने उनसे इस्तीफे की मांग भी की थी। प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार ने सोने की तस्करी, भूमि घोटाले, भूटानी शरणार्थी मामलों की जांच की है और पूर्व मंत्रियों सहित उच्च पदस्थ अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। इन मामलों में विपक्षी यूएमएल के नेताओं और उनके करीबी सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया है।