-शहीद दिवस पर अमर स्वतंत्रता सेनानियों को दी श्रद्धांजलि
पटना। शहीद दिवस पर शुक्रवार को 11 अगस्त, 1942 को आजादी के मतवाले सात अमर शहीद को सीएम ने श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार का मीडिया पर कब्जा है। सब जगह घटनाएं घट रही हैं लेकिन उनका कोई बयान नहीं आता है।
नीतीश ने कहा कि वे लोग अपने ढंग से जो अच्छा लगता है उसको बोलते हैं। उनको काम करना चाहिए लेकिन काम नहीं हो रहा है। हाऊस चलता है फिर भी वे लोग चुप रहते हैं। जब अटल बिहारी की सरकार थी तो हर बात का जवाब दिया जाता था। अब केवल एकतरफा बातें छपती हैं। इधर के लोग जो बोलते हैं उनकी बातों को नहीं छापा जाता है। अब उसे देखने की क्या जरूरत है। ऐसे भी हम टीवी देखना बहुत कम कर दिए हैं।
सीएम ने कहा कि अपनी बात रखने का विपक्ष को अधिकार है। अब हमलोगों की तरफ बहुत पार्टियां आ गई हैं और एकजुट हो गई हैं। पटना से ही विपक्षी एकता की शुरुआत हुई है। हमलोग सभी पार्टियां मिलजुलकर तय करेंगे कि किस तरह से आगे देश का विकास करना है। इससे उन लोगों को परेशानी हो रही है।
वर्ष 2024 में भाजपा बिहार से खत्म हो जाएगी पत्रकारों के इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हां, बिल्कुल। इसीलिए वे लोग घबराहट में हैं। हमलोगों की एकजुटता का नतीजा अच्छा निकलेगा। वे लोग केवल प्रचार-प्रसार करते हैं। बिहार में जो भी काम हुआ सब हमलोगों ने किया है। हमलोगों ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग की लेकिन क्या हुआ ? यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो हमलोग कितना आगे पहुंच जाते। वे लोग बिहार को भूल जाते हैं। यह सबसे पौराणिक स्थल है। इसके इतिहास को उठाकर देख लीजिए।
नीतीश ने कहा कि जदयू के बारे में कुछ लोग बयान देते हैं कि वो तीसरे नंबर पर है लेकिन वर्ष 2005 में जब हमलोग चुनाव जीते तो हमलोग कितने नंबर पर थे, कितना वोट आया था हमलोगों को और भाजपा वालों को कितना वोट आया, देख लीजिए। वर्ष 2010 में क्या हुआ हमलोगों को 118 सीटें आईं और उन लोगों को कितनी सीटें आईं, हमसे कम सीटें आईं। इस बार के चुनाव में हमलोगों को हराने का काम किया गया। एजेंट के तौर पर अन्य लोगों को खड़ा कर हमलोगों को हराया गया। जनता सब जानती है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 के चुनाव के बाद हम मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे और हमने इसके लिए मना कर दिया था लेकिन वे लोग बोलने लगे तो हम उन लोगों की बात मान लिए। सीएम ने कहा कि वर्ष 2009 में हमलोग लोकसभा का चुनाव साथ लड़े थे। हमलोग 25 सीट पर लड़े तो उसमें 20 पर जीते और भाजपा वाले 15 पर लड़े तो 12 जीते, ये सब बातें वो लोग भूल रहे हैं। हर चीज वे लोग भूल रहे हैं।
नीतीश ने कहा कि हमलोग काम करना जानते हैं और इन लोगों को सिर्फ बोलना है। वे लोग जो घोषणा किए थे उसमें एक भी पूरा नहीं किए। हम देश के हित में काम करते हैं और राज्य के हित में यहां काम करते हैं। सब लोगों को एकजुट होना चाहिए, यह देश के हित में है। कोई इतिहास न बदले। आजादी की लड़ाई को न भुला दें इसीलिए हमलोग सबको एकजुट करने का काम कर रहे हैं। जब चुनाव की सरगर्मी शुरू होगी तो और पार्टियां भी हमलोगों के साथ आ जाएंगी।