प्योंगयांग: उत्तर कोरिया सरकार ने बुधवार को कहा कि मंगलवार को जिस नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया गया, वह एक बड़ा परमाणु मुखास्त्र ले जाने में सक्षम है। समाचार एजेंसी ‘एफे’ के अनुसार, उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ‘केसीएनए’ ने एक बयान में कहा है, यह परीक्षण विशाल परमाणु मुखास्त्र ले जाने में सक्षम नवविकसित आईसीबीएम रॉकेट की सामरिक और प्रौद्योगिकी विशिष्टताओं और प्रौद्योगिकी गुणों की पुष्टि करने के उद्देश्य से किया गया।
रपट के अनुसार, उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने इस मिसाइल को चार जुलाई को अमेरिका के लिए उसके स्वतंत्रता दिवस पर ‘उपहारों का एक पैकेज’ करार दिया था।
प्योंगयांग ने अपने सरकारी टेलीविजन चैनल के माध्यम से मंगलवार को घोषणा की कि उसने पहली बार इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। यह आईसीबीएम विश्व के किसी भी लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।
‘केसीएनए’ ने कहा कि इस नई मिसाइल का नाम हासोंग-14 है, जिसने 2,802 किलोमीटर की अधिकतम ऊंचाई और 39 मिनट में 933 किमी की दूरी तय की।
यह नया परीक्षण किम जोंग-उन सरकार के हथियार कार्यक्रम की सफलता को चिन्हित करता है। इस परीक्षण की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने निंदा की है।
वहीं, बुधवार को दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने भी इसकी प्रतिक्रिया में अपनी-अपनी मिसाइलें लॉन्च की।