-मनचाहे ब्रांड की शराब जूस की बोतल में भरकर पहुंचायी जाती, जेल में बंद प्रेम प्रकाश को
-इडी के शपथ पत्र में कई चौंकानेवाले खुलासे
-इडी के अधिकारियों को फंसाने के लिए हनी ट्रैप की साजिश, पुलिस की वर्दी का सहारा लिया गया
जेल में बंद पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश को लेकर रोज नये-नये खुलासे हो रहे हैं। प्रेम प्रकाश को लेकर कोर्ट को सौंपे गये शपथ पत्र में कई चौंकानेवाले खुलासे सामने आये हैं। सपथ पात्र में कहा गया है कि इडी के गवाह विजय हांसदा को प्रेम प्रकाश के कहने पर ही सत्ता शीर्ष में बैठे एक व्यक्ति ने 10 लाख रुपये उपलब्ध कराये। यह राशि विजय हांसदा को अपना बयान बदलने के लिए दी गयी थी। हलफनामे में इस बात का भी उल्लेख है कि होली से ठीक एक दिन पहले, प्रेम प्रकाश से मिलने एक महिला जेल पहुंची थी। महिला के साथ तीन लोग पुलिस की वर्दी में थे। उस महिला ने काफी देर तक प्रेम प्रकाश से मुलाकात की। इडी का कहना है कि प्रेम प्रकाश ने महिला को इडी के अधिकारियों को हनी ट्रैप कर फंसाने को कहा था। इस मुलाकात में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के अधीक्षक हामिद अख्तर और जेलर नसीम खान की महत्वपूर्ण भूमिका थी। किसी को इस मुलाकात की भनक नहीं लगे, इसलिए मुलाकात करने आये सभी लोगों ने पुलिस की वर्दी पहनी थी। प्रेम प्रकाश को जेल के अंदर तमाम सुख-सुविधाएं मुहैया कराने में जेल सुपरिटेंडेंट हामिद अख्तर और जेलर नसीम खान का अहम रोल है। जेलर और जेल सुपरिटेंडेंट की मदद से प्रेम प्रकाश को मोबाइल, शराब और हर वो सुविधा दी गयी। प्रेम प्रकाश को उसके मनचाहे ब्रांड की शराब जूस के बोतल में भरकर पहुंचायी जाती थी।
पैसा मिलते ही बयान से मुकरा हांसदा
प्रेम प्रकाश के कहने पर इडी के गवाह विजय हांसदा को 10 लाख रुपये मिले। इसके बाद ही इडी का गवाह विजय हांसदा न सिर्फ रांची पीएमएलए के विशेष कोर्ट के समक्ष अपने बयान से मुकर गया, बल्कि इडी के अफसरों पर भी झूठा केस किया।
हलफनामे में अदालत को यह भी बताया है कि वर्ष 2017 में एक विभागीय सचिव ने प्रेम प्रकाश को बॉडीगार्ड उपलब्ध कराने के लिए तत्कालीन डीजीपी को पत्र लिखा था। फिलहाल वह आइएएस अधिकारी झारखंड सरकार में एक महत्वपूर्ण पद की जिम्मेवारी संभाल रहे हैं। उस सीनियर आइएएस के इशारे पर ही प्रेम प्रकाश को जेल में सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं। वहीं इडी ने कोर्ट के समक्ष एक तस्वीर भी पेश की है, जिसमें स्पष्ट दिखाई पड़ रहा है कि प्रेम प्रकाश को जेल के एक अलग वार्ड में रखा गया है, जहां उसकी खिदमत के लिए तीन अन्य बंदी लगाये गये हैं।
सीसीटीवी से खुले कई राज
पिछले दिनों इडी ने जब जेल में छापेमारी की थी, तो उस दौरान प्रेम प्रकाश के वार्ड नंबर 11 का जो सीसीटीवी फुटेज मिला, उसमें यह दिखाई दे रहा है कि प्रेम प्रकाश घंटों जेल के बाहर के लोगों से न सिर्फ मुलाकात करता है, बल्कि खुलेआम जेल में मोबाइल का भी इस्तेमाल करता है। जेल में बंद अपराधियों और उग्रवादियों से इडी अधिकारियों पर हमले कराने की भी योजना बना रहा था।