Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 16
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»राजनीति»ललन सिंह के इस्तीफे के बाद बिहार में सत्ता समीकरण बदलने के संकेत
    राजनीति

    ललन सिंह के इस्तीफे के बाद बिहार में सत्ता समीकरण बदलने के संकेत

    adminBy adminDecember 30, 2023Updated:December 30, 2023No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    पटना। जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शुक्रवार को जो कुछ भी हुआ उससे बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल के कयास लगाये जाने लगे हैं। नीतीश कुमार के राजनीति इतिहास को यदि खंगाला जाए तो इस कयास को पूरी होने की संभावना और बढ़ जायेगी। इसे ऐसे समझा जा सकता है कि ढाई साल पूर्व जब आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाया गया था तब यह कौन जानता था कि एनडीए के साथ सरकार चला रही जदयू एनडीए से अलग हो जायेगी।

    ललन सिंह का अध्यक्ष पद छोड़ना कई सियासी कयासों का जन्म दे गया है। जदयू के अंदर सत्ता परिवर्तन होने के बाद अब राज्य का सत्ता समीकरण बदलने वाला है। जदयू के सत्ता परिवर्तन के बाद बिहार में सत्ता में जदयू के साथ शामिल राजद और भाजपा नेताओं के सुर भी बदलने लगे हैं। ऐसा इसलिए भी कहा जा सकता है कि नीतीश कुमार के जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के साथ ही बार-बार नीतीश कुमार पर प्रहार करने वाली बिहार भाजपा के भी सुर और मिजाज बदले हुए हैं।

    नीतीश कुमार को चेतावनी देने वाले बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से ललन सिंह के इस्तीफा देने के सवाल पर कहा कि यह जदयू का आंतरिक मामला है। भाजपा का इससे काई लेना देना नहीं है लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि जदयू का एक ही नेता है नीतिश कुमार, दूसरा और कोई नहीं। नीतीश कुमार ने कभी आरसीपी सिंह को तो कभी ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया।

    ललन सिंह के अध्यक्ष पद से हटते ही शुक्रवार को राजद कार्यालय और जदयू कार्यालय के बदले माहौल भी सत्ता समीकरण की ओर इशारा करता रहा। राबड़ी आवास पर सन्नाटा पसरा रहा जबकि जदयू कार्यालय में पटाखे फूटे, मिठाईयां बंटी और नेताओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाये। नीतीश कुमार के जदयू अध्यक्ष बनते ही तेजस्वी यादव के तेवर भी बदले हुए दिखे। शुक्रवार को तेजस्वी के चेहरे पर उत्साह और चमक नहीं दिखी।

    बिहार में सत्ता समीकरण बदलने के कयासों को इसलिए भी जोर मिल रहा है क्योंकि, जदयू के साथ सत्ता में शामिल राजद के मूड भी कुछ बदले-बदले से हैं। ललन सिंह के जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष से हटने और नीतीश कुमार के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का जो बयान आया उसके भी कई राजनीति मायने निकाले जा रहे हैं। तेजस्वी यादव की जो प्रतिक्रिया आयी, उसमें वह ओज और उत्साह नहीं था जो अन्य दिनों में उनके साथ रहता है।

    तेजस्वी ने नीतीश कुमार के जदयू अध्यक्ष बनने पर शुभकामनाएं तो दीं लेकिन उनके बोलने के लहजे में अंतर साफ दिखा। उन्होंने कहा कि हां बने हैं, अच्छी बात है। मैं उन्हें बधाई देता हूं। तेजस्वी ने कहा कि वह पहले भी जदयू अध्यक्ष रह चुके हैं। ललन सिंह के इस्तीफे के बाद तेजस्वी यादव ने विदेश दौरा रद्द कर दिया। वह 6 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के दौरे पर निकलने वाले थे। तेजस्वी का यह दौरा रद्द हो जाने से इस चर्चा को और भी शह मिलने लगा है कि ललन सिंह राजद को लाभ पहुंचाना चाहते थे। हालांकि, शनिवार को ललन सिंह उनपर लगाए हर आरोपों को खारिज करते हुए प्रेस बयान जारी किया और गलत खबर छापने वाले मीडिया हाउस पर एक्शन लेने की बात कही है।

    ललन सिंह इस्तीफे के बाद जानकारों का मानका है कि अब महत्वपूर्ण यह नहीं कि ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद को छोड़ दिया, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि इसका जो कारण अब तक सुर्खियों में रहा है और उनके साथ रहने वाले सत्ता दल और विपक्ष के बदले सूर के बाद बिहार में फिर नया सत्ता समीकरण बनेगा।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleसमस्तीपुर में नए साल पर लोगों को मिलेगा श्रीराम-जानकी को समर्पित 500 बेड का अस्पताल
    Next Article रांची सहित राज्य के छह जिलों में 17 थानों का 40.48 करोड़ से होगा निर्माण
    admin

      Related Posts

      मनिहारी में मां जानकी धाम की स्थापना के लिए तैयारियां जोरों पर

      June 12, 2025

      मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लालू प्रसाद यादव को जन्मदिन की दी बधाई

      June 11, 2025

      लालू यादव के जन्मदिन पर काटा 78 पाउंड का केक

      June 11, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • पंचायत सेवक खुदकुशी मामले में जांच का आदेश, डीसी ने जांच कमेटी का किया गठन
      • भूमि विवादों के समाधान को लेकर सोशल मीडिया से शिकायत भेजें लोग : मंत्री
      • केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसे में जयपुर के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पायलट की मौत
      • पंचायत सेवक ने बीडीओ सहित चार लोगों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर की खुदकुशी
      • स्लम बस्तियों में पुस्तक पढ़ने की संस्कृति को जगा रही है संस्कृति फाउंडेशन
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version