Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, September 28
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»राज्य»रोचक है बिहार के जमुई से विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने तक शैलेश का सफर
    राज्य

    रोचक है बिहार के जमुई से विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने तक शैलेश का सफर

    shivam kumarBy shivam kumarSeptember 28, 2025No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली। नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में जारी विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स 2025 में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय पैरा एथलीट शैलेश कुमार ने चुनौतियों से भरी अपनी यात्रा को साझा किया है। उन्होंने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि मैं जमुई (बिहार) के इस्लामनगर नामक एक छोटे से इलाके से आता हूं। सच कहूं तो वहां कोई सुविधाएं नहीं थीं। मैंने स्कूल में ऊंची कूद का प्रशिक्षण शुरू किया और शुरुआत में शारीरिक रूप से सक्षम प्रतियोगिताओं में भाग लिया। मैंने सक्षम लोगों क साथ बिहार सब-स्टेट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। बाद में एक दोस्त ने मुझे पैरा खेलों के बारे में बताया और इस तरह यह सब शुरू हुआ।

    शैलेश ने आगे कहा, “साई गांधीनगर ने प्रशिक्षण में मेरी मदद की। जूनियर विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद 2019 में मेरा वहां चयन हुआ। मुझे 10,000 रुपये मासिक मिल रहे थे और रहने-खाने की व्यवस्था थी। यह एक शानदार अनुभव था और सुविधाएं अच्छी थीं।”

    शनिवार को अपने प्रदर्शन के साथ शैलेश ने खुद को पेरिस पैरालंपिक 2024 में निराशाजनक प्रदर्शन से उबार लिया, जहां वह बेहद निराशाजनक तरीके से चौथे स्थान पर रहे थे। इस एथलीट ने अपने परिवार और कोच रौनक मलिक को इस चैंपियनशिप पर ध्यान केंद्रित करने और खुद को फिर से तैयार करने में मदद करने का श्रेय दिया।

    शैलेश कुमार अक्टूबर 2019 से खेलो इंडिया योजना का हिस्सा रहे हैं। वह टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टीओपीएस) कोर ग्रुप का भी हिस्सा हैं और गांधीनगर में भारतीय खेल प्राधिकरण के नेशनल सेंटर आफ एक्सीलेंस के प्रशिक्षु हैं।

    पैरा एथलीट शैलेश ने प्रतियोगिता के पहले दिन शनिवार को स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने पुरुषों की ऊंची कूद टी63 स्पर्धा में 1.91 मीटर की शानदार छलांग लगाकर शीर्ष स्थान हासिल किया। यह अविश्वसनीय छलांग, जो उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और चैंपियनशिप रिकॉर्ड दोनों था, उनके चौथे प्रयास में हासिल की गई।

    बिहार के जमुई जिले के 25 वर्षीय शैलेश घरेलू दर्शकों के सामने जीत हासिल करके बेहद खुश थे। उन्होंने उत्साह से कहा, “हम 10 दिन पहले यहां आए थे और इससे हमें माहौल के अनुकूल ढलने का पर्याप्त समय मिल गया। घरेलू दर्शकों के सामने पदक (स्वर्ण) जीतना अच्छा लगता है।”

    शैलेश ने दिल्ली आने से पहले महीनों तक बेंगलुरु में अभ्यास किया। उन्होंने कहा कि अभ्यास के दौरान बेंगलुरू का मौसम सुहाना था लेकिन दिल्ली की गर्मी उनके बेहतर प्रदर्शन में थोड़ी बाधा बनी। शैलेश ने कहा, “लक्ष्य बड़ा था, लेकिन गर्मी थोड़ी परेशानी का सबब बनी, लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं और अगली चैंपियनशिप में और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा हूं।”

    प्रतियोगिता में एक अन्य भारतीय वरुण सिंह भाटी ने भी देश को गौरवान्वित किया। ग्रेटर नोएडा के इस एथलीट ने 1.85 मीटर की छलांग लगाकर कांस्य पदक जीता। रजत पदक मौजूदा पैरालंपिक चैंपियन अमेरिका के एज्रा फ्रेच को मिला।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleबिहार क्रिकेट एसोसिएशन के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हर्षवर्धन
    Next Article गृहमंत्री का निर्देश-नेपाल की हिंसक घटनाओं में शामिल युवाओं की गिरफ्तारी न की जाए
    shivam kumar

      Related Posts

      बिहार माता सीता की जन्मभूमि और सदियों से विश्व को प्रेरित करने वाली पवित्र धरती है : उपराष्ट्रपति

      September 28, 2025

      केंद्रीय मंत्री और बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने मुख्यमंत्री नीतीश से की मुलाकात

      September 28, 2025

      जोगबनी में युवक की आपसी विवाद में गोली मारकर हत्या, छानबीन में जुटी पुलिस, तीन हिरासत में

      September 28, 2025
      Add A Comment
      Leave A Reply Cancel Reply

      Recent Posts
      • पूर्व प्रधानमंत्री ओली सहित पांच लोगों के काठमांडू छोड़ने पर न्यायिक आयोग ने प्रतिबंध लगाया
      • गृहमंत्री का निर्देश-नेपाल की हिंसक घटनाओं में शामिल युवाओं की गिरफ्तारी न की जाए
      • रोचक है बिहार के जमुई से विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने तक शैलेश का सफर
      • बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हर्षवर्धन
      • आईसीसी ने महिला विश्व कप 2025 के कमेंट्री पैनल का किया ऐलान
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version