बाबा राम रहीम पर फैसले से पहले गृह मंत्रालय भी पूरी तरह से सतर्क हो गया है. हालांकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह विदेश दौरे पर हैं लेकिन उन्होंने वहां से हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से फोन पर बात की. बातचीत के दौरान गृहमंत्री ने हरियाणा सीएम को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. इधर सुरक्षा एजेंसियां भी लगातार अपनी मुस्तैदी और तैनाती उन इलाकों में बढ़ा रही हैं जहां बाबा के समर्थक इकट्ठा होते जा रहे हैं.
हालात को देखते हुए 47 और अर्धसैनिक बलों की कंपनियों को गृह मंत्रालय ने दोनों राज्यों में क़ानून व्यवस्था कायम रखने के लिए राज्य सरकार की मदद के लिए भेजा है. जिसके बाद अब तक करीब 167 कंपनियों को दोनों राज्यों में भेजा जा चुका है. इसके अलावा 10 और सीआरपीएफ की रिजर्व कंपनी भी मंत्रालय ने तैयार कर रखा है. हालात की गंभीरता को देखते हुए इनको भी सुरक्षा में तैनात किया जाएगा. इससे पहले 40 टीमें पहले ही रिजर्व रखी गई हैं. गृह मंत्रालय लगातार दोनों राज्यों के अधिकारियों से संपर्क में है और हालात की जानकारी ले रहा है.
तैनात किए गए अर्धसैनिक बलों में कुल 97 कंपनियां सीआरपीएफ की हैं. इस 97 कंपनियों में से सीआरपीएफ की 4 महिला कंपनी है जो पंजाब और हरियाणा में तैनात की गई हैं. साथ ही 16 रेपिड एक्शन फोर्स की कंपनी भी शामिल हैं. 37 कंपनियां सशस्त्र सीमा बल की पंजाब और हरियाणा में हैं. 12 कंपनियां आईटीबापी की भी पंजाब और हरियाणा में हैं. 21 कंपनियां बीएसएफ की पंजाब और हरियाणा में तैनात की गई हैं.
लगातार बढ़ती भारी भीड़ के जमावड़े के चलते हर घंटे गृह मंत्रालय द्वारा दोनों राज्यों से जानकारी ली जा रही है कि वहां के जमानी हालात क्या हैं और इन इलाकों में कितनी सुरक्षा और बढ़ाई गई है? 15000 अर्धसैनिक बलों की तैनाती तो की ही गई है, साथ ही रिजर्व फोर्स भी चंडीगढ़ भेजी गई है. इसके अलावा हरियाणा पंजाब से सटे राज्यों में करीब 50 अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. जजमेंट के बाद के हालात पर भी केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने अलग-अलग प्लान तैयार किया है.