Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Tuesday, June 17
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»राज्य»डॉक्टरों के मंच पर पहुंचीं ममता, कहा-मुख्यमंत्री नहीं, बड़ी बहन के रूप में आई हूं, सभी मांगों पर विचार करूंगी
    राज्य

    डॉक्टरों के मंच पर पहुंचीं ममता, कहा-मुख्यमंत्री नहीं, बड़ी बहन के रूप में आई हूं, सभी मांगों पर विचार करूंगी

    shivam kumarBy shivam kumarSeptember 14, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को अचानक साल्ट लेक स्थित स्वास्थ्य भवन पहुंचीं, जहां आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए घटनाक्रम के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों ने धरना दिया है। इस धरने में शामिल डॉक्टरों को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि वह मुख्यमंत्री के रूप में नहीं बल्कि उनकी “दीदी” के रूप में आई हैं और उनकी सभी मांगों को सहानुभूतिपूर्वक सुना जाएगा।

    मुख्यमंत्री के साथ इस मौके पर राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार भी मौजूद थे। ममता ने डॉक्टरों के धरनास्थल पर जाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डॉक्टरों को अपना संदेश दिया। हालांकि, जब ममता मंच पर पहुंचीं, तो धरना स्थल से नारेबाजी जारी रही और कुछ देर तक असमंजस वाली स्थिति बन गई। ममता ने डॉक्टरों से शांत रहने और उन्हें बोलने का मौका देने की अपील की।

    ममता बनर्जी ने कहा, “मैं यहां अपनी सुरक्षा के निर्देशों के बावजूद आई हूं। मैं आपके आंदोलन को सलाम करती हूं। मैं खुद एक छात्र आंदोलन से निकली हूं। मैं समझ सकती हूं कि 34 दिन से धरने पर बैठे रहना कितना कठिन है। आप सड़क पर हो तो मुझे भी आपकी निगरानी करनी पड़ती है।”

    मुख्यमंत्री ने जूनियर डॉक्टरों से अपील की कि अगर वे काम पर लौटना चाहते हैं, तो सरकार उनकी सभी मांगों पर विचार करेगी। ममता ने कहा, “मैं अकेले सरकार नहीं चलाती। मैं सभी से सलाह-मशविरा करूंगी। अगर कोई दोषी होगा, तो उसे सजा मिलेगी। मैं सीबीआई से अनुरोध करूंगी कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। आप काम पर लौटिए, मैं आपको यकीन दिलाती हूं कि कोई भी गलत काम करने वाला बच नहीं पाएगा।”

    ममता ने आश्वासन दिया कि अस्पतालों की रोगी कल्याण समितियों का पुनर्गठन किया जाएगा। उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज की रोगी कल्याण समिति को तुरंत भंग कर दिया और नई समिति के गठन का वादा किया। उन्होंने कहा, “आपके घर के भाई-बहन की तरह मैं आपके साथ हूं। कोई अन्याय नहीं होगा। अगर कोई दोषी है, तो उसे सजा मिलेगी। मैं किसी की मित्र या शत्रु नहीं हूं। जो लोग मेरे मित्र कहे जा रहे हैं, मैं उन्हें जानती तक नहीं।”

    मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “सुप्रीम कोर्ट में यह मामला विचाराधीन है। मैं यहां आंदोलन के प्रति सहानुभूति रखने वाली एक बड़ी बहन के रूप में आई हूं। मुझे थोड़ा समय दीजिए, सबकुछ ठीक हो जाएगा।”

    ममता बनर्जी ने आंदोलनरत डॉक्टरों से धरनास्थल पर परोसे जा रहे भोजन को लेकर सावधान रहने की अपील भी की। उन्होंने कहा, “आपके पास आने का मतलब यह नहीं कि मैं छोटी हो रही हूं बल्कि यह मेरा प्रयास है कि समाधान निकले। यह मेरी आखिरी कोशिश है।”

    इससे पहले गुरुवार को डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की मांग की थी, जिसके तहत 32 डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल नवान्न पहुंचा था। हालांकि, बैठक बेनतीजा रही, क्योंकि डॉक्टरों ने बैठक का सीधा प्रसारण करने की मांग की, जिसे सरकार ने अस्वीकार कर दिया था।

    अब जब सीधे मुख्यमंत्री धरना स्थल पर पहुंचकर डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की हैं तो इसका क्या कुछ असर होता है, यह देखने वाली बात होगी।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleब्राजील के कुइआबा में आयोजित हुई जी-20 कृषि मंत्रिस्तरीय बैठक, राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने लिया भाग
    Next Article किश्तवाड़, उधमपुर, पुंछ और राजौरी जिलों के कुछ हिस्सों में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज
    shivam kumar

      Related Posts

      एयर इंडिया विमान हादसा: टाटा ग्रुप ने मृतकों के परिजनों के लिए एक-एक करोड़ रुपये की घोषणा की

      June 12, 2025

      मनिहारी में मां जानकी धाम की स्थापना के लिए तैयारियां जोरों पर

      June 12, 2025

      जम्मू कश्मीर: दो संदिग्ध आतंकियों की सूचना, सांबा के नड गांव में तलाशी अभियान शुरू

      June 11, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • अमरनाथ यात्रा मार्ग एक जुलाई से नो फ्लाइंग जोन घोषित
      • प्रधानमंत्री मोदी को साइप्रस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
      • डीजीपी अनुराग गुप्ता अब न अखिल भारतीय सेवा में हैं, ना सस्पेंड हो सकते हैं : बाबूलाल मरांडी
      • भाजपा के टॉर्चर से बांग्ला बोलना सीख गया : इरफान
      • राजभवन के समक्ष 108 एंबुलेंस के कर्मी 28 को देंगे धरना
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version