कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर हुए उपद्रव के बाद अब स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। जिले में बुधवार को कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत रघुनाथगंज और सूति पुलिस थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू है। संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
जंगीपुर उपखंड क्षेत्र में किसी भी प्रकार की भ्रामक सूचना के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। निषेधाज्ञा 10 अप्रैल (गुरुवार) शाम 6 बजे तक और इंटरनेट सेवा निलंबन 11 अप्रैल (शुक्रवार) शाम 6 बजे तक जारी रहेगा।
राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए राज्य सरकार से पूरी घटना पर रिपोर्ट तलब की है। राज्यपाल के विशेष कार्याधिकारी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि जहां कहीं भी अवांछित तत्व अशांति फैलाने का प्रयास करें, उसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि राम नवमी के शांतिपूर्ण आयोजन ने बंगाल के लोगों, प्रशासन, राजनीतिक दलों, मीडिया और सभी हितधारकों की एकता और कुशलता को दर्शाया था। उन्होंने कहा कि ऐसी एकता में खलल डालने की किसी भी कोशिश को दृढ़ता से रोका जाए।
भाजपा ने राज्य सरकार पर साधा निशानावहीं, विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। पार्टी ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि कभी श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा संरक्षित बंगाल, अब ममता बनर्जी के शासन में खून से लथपथ हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार दोपहर को वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ मुर्शिदाबाद के जंगीपुर क्षेत्र में एनएच-12 पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और पुलिस की कुछ गाड़ियों में आग लगाने की घटना भी सामने आई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पथराव में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। घटना के संबंध में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।