विपक्ष ने सदन का किया वाकआउट
रांची। झारखंड में मौलाना आजाद विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार को विधानसभा में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि 2022 तक राज्य में मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी बनकर तैयार हो जायेगी। भोजनावकाश के बाद विपक्षी दलों के सदस्यों ने मौलाना आजाद विश्वविद्यालय के लिए जमीन देने की बात को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास किया था। नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि मौलाना आजाद उर्दू यूनिवर्सिटी को जमीन देने से इनकार किया जा रहा है। इस संबंध में 2015 में भी सवाल आया था और इस साल भी इस संबंध में प्रश्न पूछा गया। झामुमो के स्टीफन मरांडी ने सरकार पर अल्पसंख्यक विरोधी होने का आरोप लगाया। स्टीफन ने कूरियन विश्वविद्यालय की स्थापना का मामला उठाया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस समय इस विश्वविद्यालय के स्थापना की बात हो रही थी, उस समय नेता प्रतिपक्ष की ही सरकार थी और सवाल उठाने वाले सदस्य मंत्री थे। मुख्यमंत्री ने जानना चाहा, उस समय कूरियन यूनिवर्सिटी क्यों नहीं बनी। इस पर हेमंत सोरेन ने सफाई दी कि उनके पास विलंब से प्रस्ताव आया और फिर आचार संहिता लग गयी थी। बाद में सरकार पर आदिवासी, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक विरोधी होने का आरोप लगाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।