सियोल (दक्षिण कोरिया)। दक्षिण कोरिया के सर्वाधिक शक्तिशाली यूनिफिकेशन चर्च धार्मिक साम्राज्य की प्रमुख हान हक-जा को आज जेल भेज दिया गया। इससे पहले उन्हें दक्षिणी सियोल स्थित सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ले जाया गया। उन्हें अपदस्थ राष्ट्रपति यून सुक येओल की पत्नी किम कियोन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में कोर्ट ने जेल भेजने का आदेश दिया। यूनिफिकेशन चर्च विशाल धार्मिक साम्राज्य है। इसकी स्थापना दिवंगत रेवरेंड मून सन-म्यांग ने की थी।
द कोरिया टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी सियोल स्थित सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने देश की पूर्व प्रथम महिला किम कियोन को चुनाव के समय उपहार देने के आरोप में हान हक-जा को हिरासत में लेने का आदेश दिया था। कोर्ट में पेशी के दौरान अभियोजकों ने हान हक-जा को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की। कोर्ट ने अभियोजकों की मांग स्वीकार कर ली। इस गिरफ्तारी को देश के राजनीतिक और धार्मिक प्रतिष्ठान को जकड़े हुए एक घोटाले में अब तक का सबसे नाटकीय मोड़ माना जा रहा है।
अभियोजकों का आरोप है कि 82 वर्षीय हान हक-जा ने यून नामक एक पूर्व चर्च अधिकारी के साथ मिलकर 2022 में पीपल पावर पार्टी के सांसद क्वेओन सियोंग-डोंग को 10 करोड़ वॉन देने की साजिश रची थी। बदले में, क्वेओन से यह अपेक्षा की गई थी कि अगर यून सुक येओल राष्ट्रपति चुनाव जीतते हैं तो वह चर्च के लिए लाभ सुनिश्चित करने में मदद करेंगे। आरोप है कि हान ने कथित तौर पर चर्च के अधिकारियों को किम को महंगे हैंडबैग और आभूषण सहित विलासितापूर्ण उपहार देने का आदेश दिया था। इस बीच चर्च ने इन आरोपों का खंडन किया है।
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने गिरफ्तारी को इस आधार पर उचित ठहराया कि हान के बाहर रहने से सबूत नष्ट होने का खतरा है। हान को व्हीलचेयर के जरिए कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया। यह मामला येओल के राष्ट्रपति पद से जुड़े कथित भ्रष्टाचार की दक्षिण कोरिया में चल रही विशेष जांच के तहत व्यापक कार्रवाई का हिस्सा है।