मुंबई। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए GDP वृद्धि दर अनुमान को बढ़ाकर 7.3 फीसदी कर दिया है, जो पिछले 6.8 फीसदी के अनुमान से 0.5 फीसदी अधिक है। गवर्नर संजय मल्होत्रा ने तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक के बाद बताया कि जुलाई-सितंबर तिमाही में 8.2 फीसदी की मजबूत ग्रोथ, GST कलेक्शन में उछाल और ग्रामीण-शहरी मांग में सुधार को देखते हुए यह संशोधन किया गया है। उन्होंने अगली दो तिमाहियों के लिए ग्रोथ को क्रमशः 7 फीसदी और 6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया, जबकि FY27 की पहली और दूसरी तिमाही में GDP 6.7 फीसदी और 6.8 फीसदी रहने की उम्मीद है।
MPC ने सर्वसम्मति से रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर इसे 5.5 से घटाकर 5.25 फीसदी कर दिया, जो लगातार मजबूत आर्थिक आंकड़ों और महंगाई के रिकॉर्ड लो स्तर को देखते हुए उठाया गया कदम है। अक्टूबर 2025 में खुदरा महंगाई दर घटकर 0.25 फीसदी पर आई, जो आंकड़ों में शुरुआत के बाद सबसे निचला स्तर है। गवर्नर ने कहा कि घरेलू उपभोग, बुनियादी ढांचे में सरकारी खर्च और निजी निवेश में तेजी से अर्थव्यवस्था के सभी इंजन एक साथ फायर कर रहे हैं। बैंकों ने तुरंत रेपो रेट कट का फायदा ग्राहकों को देने का वादा किया है, जिससे होम, वाहन और MSME लोन सस्ते होंगे।
विश्लेषकों का मानना है कि नई ग्रोथ प्रोजेक्शन और रेपो रेट में ढील से सेंटीमेंट बुलिश बना रहेगा, शेयर बाजार में लॉन्ग-साइड बेट बढ़ेंगे और रुपया भी मजबूत होगा। हालांकि ग्लोबल अनिश्चितता, क्रूड ऑयल में उछाल और फेड रेट डिसीजन पर नजर रखनी होगी, ताकि FY26 के 7.3 फीसदी टारगेट को पूरा किया जा सके।

