रामगढ़. रजरप्पा थाना क्षेत्र के गोला चारु पथ केझीयाघाटी के सामने शनिवार को सवारी बस सुमित डीलक्स पलट गई। इसमें सवार थर्मल बोकारो के पीटीपीएस निवासी मनोज महतो (35), थर्मल बोकारो निवासी मालती देवी (45) और बस कंडक्टर कथहारा फुसरो निवासी सिंकदर यादव (46) की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि बस में सवार 11 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को रांची रिम्स रेफर कर दिया गया।
बस में 30 यात्री सवार थे
घटना दिन करीब साढ़े तीन बजे हुई। बस रांची से थर्मल बोकारो की ओर जा रही थी। इसी क्रम में गोला चारु पथ के केझीया घाटी के समीप बस असंतुलित होकर पलट गई। बस में 30 यात्री सवार थे। बस में सवार सभी लोगों को चोटे आई हैं। घटना के तुरंत बाद ग्रामीणों की तत्परता के कारण कई लोगों की जान बचाई जा सकी। घटना के बाद बस ड्राइवर भाग निकला।
घायलों की सूची
बस में सवार यात्री गोला निवासी शंकर अग्रवाल, मिथिला देवी, खिरोधर रजक, बोकारो थर्मल निवासी डाॅ. तुही शास्त्री, लीलया देवी, शंभु प्रमाणिक, प्रीति प्रमाणिक, पूनम देवी, गुलवा साव गंभीर रुप से घायल हो गए। वहीं, गोला के काली चौक निवासी खिरोधर रजक, सोनी देवी, बोकारो थर्मल निवासी पूनम देवी हिंमाशु कुमार महतो सहित बस में सवार 16 लोगों को हल्की चोटें आई है।
बाल-बाल बची बाइक सवार तीन लोगों की जान
लारी निवासी सुरेंद्र प्रसाद अपनी बाइक में बेटे रुपेश कुमार और एक मित्र पोटमदगा निवासी विकास शर्मा के साथ सिकिदिरी की ओर जा रहे थे। इसी क्रम में केझीया घाटी के समीप रांची की ओर से आ रही बस को अंसतुलित स्थिति में आता देख सुरेंद्र ने बाइक को रोक दिया। बस पलट कर सड़क के किनारे स्थित पत्थर से टकराते हुए बाइक में जोरदार टक्कर मारी। इससे बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। लेकिन बाइक सवार तीनों की जान बच गई।
दो घंटे बाद बस के नीचे से निकाला शव
घटना होने के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों के प्रयास से तत्काल घायलों को बस से बाहर निकाला गया। कुछ देर बाद घटनास्थल पर रजरप्पा, सिकिदिरी और रामगढ़ थाना की पुलिस पहुंची। घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया। परंतु बस के अंदर दबे एक शव को नहीं निकाला जा सका। इस पर वहां मौजूद ग्रामीण काफी उग्र हो गए और उनकी पुलिस के साथ भी बकझक हो गई। दो घंटे बाद क्रेन के माध्यम से बस को सीधा किया गया, जिसके बाद बस के नीचे दबे मनोज महतो का शव निकाला गया।