Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, June 7
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»झारखंड»गढ़वा»नक्सलियों की कैद से भाग निकले भाई-बहन
    गढ़वा

    नक्सलियों की कैद से भाग निकले भाई-बहन

    azad sipahiBy azad sipahiAugust 8, 2018Updated:August 9, 2018No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    गढ़वा। वे उड़ना चाहते थे, उन्मुक्त विचरण करना चाहते थे, पर उनके पंख जकड़ दिये गये थे। वे आजाद होना चाहते थे, पर कैद थे। उन्होंने प्रयास नहीं छोड़ा। एक दिन मौका हाथ लगा और वे पिंजड़ा तोड़ कर भाग निकले। अब वे खुले आकाश में उड़ेंगे। अब वे भी अपनी खुली आंखों से दुनिया देखेंगें। यह कहानी है, भाई-बहन की, जो नक्सलियों की कैद से मुक्त हो गये हैं। कई सालों तक वे नक्सलियों के चंगुल में फड़फड़ा रहे थे। आज आजाद होकर गढ़वा पुलिस के प्रयास से वे सुकून की जिंदगी गुजार रहे हैं।

    कई साल पहले घर से उठा ले गये थे नक्सली

    कई साल पहले नक्सली दोनों भाई बहन को घर से उठाकर ले गये थे। उनके साथ साथ कई और बच्चों को ले जाया गया था। सभी को बूढ़ा पहाड़ पर रखा गया था, कुछ माह पहले और बच्चे भाग निकले, लेकिन यही भाई-बहन फंसे रह गये। उन्हें जिल्लत भरी जिंदगी गुजारनी पड़ रही थी। उनका बचपन बदरंग हो गया। पर अब उनकी बाकी जिंदगी में पुलिस प्रशासन रंग भर रहा है।

    बच्ची की आंखें कह रही जुल्म की कहानी

    उसकी बहन खामोश रहती है, पर उसकी आंखें कष्ट की दासतां बताती हैं। वह भी भाई के साथ नक्सलियों के कब्जे से भाग निकली है और आज गढ़वा पुलिस की संरक्षण में नयी जिंदगी शुरू करने का ख़्वाब संजो रही है। बूढ़ा पहाड़ का नाम सुनते  ही वह शरीर को समेटने लगती है, जो यह बताने के लिए काफी है कि नक्सलियों के चंगुल में पहाड़ पर उसे काफी पीड़ादायक समय गुजारना पड़ा। बस इतना ही कहती है कि हर वो काम कराया जाता था जो उसकी उम्र में संभव नहीं था।

    नक्सलियों के पास अब कोई विकल्प नहीं: नेहा

    गढ़वा उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा कहती हैं कि नक्सलियों की कैद से भाग निकल कर दोनों बच्चों ने उन सभी को एक राह दिखायी है, जो आज मुख्य रास्ते से भटके हुए हैं। अब मुख्य राह का हमराह बनना ही नक्सलियों के पास एक विकल्प है।

    हंसना भूल गयी है मासूम बच्ची: शिवानी

    गढ़वा एसपी शिवानी तिवारी कहती हैं कि भाई बहन को संरक्षण देते हुए उनकी जिंदगी को संवारने के लिए हमने काम शुरू कर दिया है। भाई का स्कूल में नाम लिखा दिया गया है। जबकि उसकी बहन के मन में घर कर चुके डर को निकालने का प्रयास जारी है। उसे खुश रखने का प्रयास किया जा रहा है, क्योंकि वह तो हंसना ही भूल गयी है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleघुसपैठियों को वापस भेजने में एनडीए सरकार फिसड्डी: बाबूलाल मरांडी
    Next Article डीसी ने बैंक खाता को आधार से लिंक करने का दिया निर्देश 
    azad sipahi

      Related Posts

      राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का देवघर दौरा स्थगित

      June 7, 2025

      मुख्यमंत्री ने गुपचुप कर दिया फ्लाईओवर का उद्घाटन, ठगा महसूस कर रहा आदिवासी समाज : बाबूलाल

      June 6, 2025

      अलकतरा फैक्ट्री में विस्फोट से गैस रिसाव से कई लोग बीमार, सड़क जाम

      June 6, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का देवघर दौरा स्थगित
      • प्रधानमंत्री ने चिनाब रेलवे पुल का किया उद्घाटन, वंदेभारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी
      • मुख्यमंत्री ने गुपचुप कर दिया फ्लाईओवर का उद्घाटन, ठगा महसूस कर रहा आदिवासी समाज : बाबूलाल
      • अलकतरा फैक्ट्री में विस्फोट से गैस रिसाव से कई लोग बीमार, सड़क जाम
      • लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर की गयी मंईयां सम्मान योजना की राशि
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version