रांची। नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान में पुलिस को एक और सफलता मिली। नक्सली संगठन टीपीसी के दो इनामी सदस्यों ने सोमवार को गढ़वा पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इनमें महेंद्र सिंह खरवार और अशोक कुमार मेहता उर्फ अक्षय जी शामिल हैं। महेंद्र पर पांच लाख और अक्षय जी पर दो लाख का इनाम घोषित है। ये दोनों जोनल कमांडर स्तर के नक्सली हैं और पहले माओवादी संगठन में थे। गढ़वा पुलिस लाइन में आयोजित समारोह में डीआइजी विपुल शुक्ला मौजूद थे। उनके सामने ही दोनों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इस अवसर पर डीआइजी ने कहा कि दोनों प्रमंडल के गढ़वा, पलामू और लातेहार जिलों में सक्रिय थे। महेंद्र पर अब तक 44 और अक्षय पर 18 मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। विस्तृत पड़ताल के बाद इनकी संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति नयी दिशा से प्रभावित होकर पिछले दो वर्षों में प्रमंडल के कई कुख्यात नक्सलियों के अलावा नक्सली संगठनों से जुड़े कई सदस्यों ने हथियार डाले हैं। पुलिस आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को मुख्य धारा से जोड़ रही है।
कार्यक्रम के दौरान इनाम की राशि का चेक सरेंडर करनेवाले नक्सलियों को दिया गया। मौके पर एसपी शिवानी तिवारी, एएसपी सदन कुमार, एसडीपीओ विजय कुमार, ओमप्रकाश तिवारी, सीआरपीएफ के विजय शंकर, सार्जेंट मेजर आनंद खलखो, महेश चौधरी सहित कई लोग उपस्थित थे।
बाद में दोनों नक्सलियों ने मीडिया से कहा कि संगठन में भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है। बड़े नक्सली रंगदारी के सहारे केवल आर्थिक लाभ उठाने में व्यस्त हैं। संगठन को इग्नोर कर रहे हैं।
इसलिए संगठन से उनका मोहभंग हो गया और उन्होंने सरेंडर करने का फैसला किया। उन्होंने बाकी नक्सलियों से भी सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाने की अपील की।