झरिया। उड़ते अबीर गुलाल, जोरदार आतिशबाजी और गगन भेदी खाटू नरेश बाबा श्री श्याम के जयकारे से शनिवार को संपूर्ण झरिया श्याममय हो गया। रंग बिरंगे निशान से झरिया शहर पट गया था। झरिया धाम में मेला सा नजारा बना गया था। मौका था तीन दिवसीय श्री श्याम फाल्गुन महोत्सव का। झरिया लाल बाजार स्थित श्री श्याम मंदिर से पूजा अर्चना के बाद विशाल निसान शोभा यात्रा निकली। निसान शोभा यात्रा में झरिया ही नहीं कोलकाता, भोजूडीह, उड़िसा, राजस्थान, आसनसोल, राजगंज, गिरीडीह आदि जगहों से शामिल श्रद्धालु अबीर गुलाल उड़ाते, बाबा श्री श्याम और खांटू नरेश के जयकारे लगाते हुए बैंड बाजा की धुन पर नाचते और झूमते चल रहे थे। निसान शोभा यात्रा में महिला, पुरुष, युवक, युवतियां, वृद्ध सभी शामिल थे।
निसान शोभा यात्रा झरिया के लाल बाजार स्थित श्री श्याम मंदिर से बैंड बाजा के साथ निकली। जो लक्ष्मीनिया मोड़, सब्जी पट्टी, बाटा मोड़, मेन रोड, चार नंबर मोड़, धर्मशाल रोड होते हुए पुन: मंदिर परिसर पहुंची। दिन में तीन बजे निशान यात्रा मंदिर से निकली जो शाम सात बजे पहंची। रात नौ बजे तक श्रद्धालु निसान अर्पित करते रहे। निसान शोभा यात्रा में शामिल 3501 श्रद्धालुओं ने बाबा के चरणों में निसान अर्पित किये। निसान शोभा यात्रा को देखने के लिए सड़क के दोनों ओर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। घर के छतों पर लोग चढ़ कर बाबा श्याम के दर्शन कर रहे थे। शोभा यात्रा में आगे-आगे श्री श्याम भक्त अबीर गुलाल उड़ाते चल रहे थे। उसके पीछे बैंड बाजा और खुले वाहन पर फूल मालाओं से सुशोभित बाबा श्री श्याम का भव्य दरबार सजा हुआ था।
सेल्फी का रहा क्रेज
निशान शोभा यात्रा में भक्तों के बीच सेल्फी लेने का क्रेज भी जोरदार रहा। एक तरफ जहां बाबा के भजनों पर पुरुष और युवतियां थिरक रहे थे। वहीं सेल्फी भी ली जा रही थी।
सेवा भाव में लगे रहे समाज सेवी
निशान शोभा यात्रा के दौरान उसका कई जगहों पर स्वागत हुआ। भक्तों के बीच ठंडा पानी, शरबत, नींबू पानी आदि का वितरण किया गया। मेन रोड में झरिया चेंबर आॅफ कॉमर्स तथा समाज सेवी सक्रिय रहे।
बाबा के भजनों पर थिरकते रहे भक्त
पकड़ लो हाथ बनवारी नहीं तो डुब जायेंगे, हमारा कुछ ना बिगड़ेगा तुम्हारी जान जायेगी..,भजलो श्याम नाम बन जाओगे थारो सारे काम.., मनुहारी संग खेलेंगे हमसब होरी..,श्याम रंगधन पायो रे…,भक्तों का रखवाला है मुरली वाल..बाबा कृपा जिस पर हो जाये वह मौज उड़ाये.. खाटू वाले श्री श्याम झरिया में बिराजे रे आयो नाचन रे…नखरों वाले सावरियों रे नखरो छोड़ दो ना.., चालो चाल्या झरिया धाम, जठे बिराजे बाबा श्री श्याम.., बाबा खाटू वाला खोले किस्मत का ताला.., बाजरे की रोटी खाले श्याम चुरमा नू भुल जाओगे…, सज धज के बैठो श्याम धनी हमारो…मारी प्रमोशन करास दो तनखा बढ़ा दो थोड़े में मेरी गुजा नहीं मेरे बाला जी हमे भी सेठ बना दो…आदि मधुर भजनों पर श्याम भक्त थिरकते रहे।