रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास रविवार को उस समय भावुक नजर आये, जब राज्य की सात लाख बहनों द्वारा भेजी गयी राखी उन्हें भेंट की गयी। उन्होंने अपनी बहनों को भरोसा दिया, आपका यह भाई चौबीसों घंटे आपकी रक्षा के लिए तत्पर रहेगा।
अब मुझे किसी और सुरक्षा की जरूरत नहीं
हरमू मैदान में प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा द्वारा आयोजित कमल सखी सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, मैं एक मजदूर परिवार से हूं। मेरी मां अशिक्षित थीं। लेकिन आज मैं जहां भी हूं, मां की वजह से हूं। मां हमेशा कवच बनकर मेरे साथ रहीं। जिस तरह मां ने कवच बन कर मेरा साथ दिया, उस तरह राज्य की महिलाओं ने कवच बन मुझे यहां तक पहुंचने में योगदान दिया है। जिस व्यक्ति की कलाई में राज्य की करीब सात लाख बहनों का रक्षा सूत्र बंधा हो, उसे अब किसी सुरक्षा की जरूरत नहीं।
आप अबला नहीं, राज्य की अखंड पुंज हैं
सीएम ने कहा, आप सभी ने कमल सखी सम्मान समारोह में राखी बांधी है। सभी बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि रघुवर दास आपके लिए 24 घंटे उपलब्ध है। कोई भी तकलीफ हो, तो मैं उसे दूर करने का प्रयास करूंगा। बस आपसे एक ही अनुरोध है कि आप अपनी शक्ति को पहचानें। याद करें संथाल परगना की फूलो-झानो को, जो उस समय की विपरीत परिस्थिति में भी अपनी भाषा, संस्कृति और अपनी धरा के लिए शहीद हुईं। आपको भी यह बात अपने जीवन में उतार लेना है कि आप अबला नहीं, राज्य की अखंड पुंज हैं। सरकार आपको हर योजना में सहयोगी बनाना और विकास कार्य का नेतृत्व कराना चाहती है।
सभी बहनों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति ने घर-आंगन, हमारे गांव में ऐसी वनस्पतियों को दिया है, जिससे हम खुद का और अपने आने वाली संतान का पोषण कर सकें। बावजूद इसके राज्य की हर गर्भवती महिला को सरकार छह हजार रुपये मुहैया कराती है, ताकि वह पोषण और पूरक आहार प्राप्त कर सके। कमल सखी सम्मान समारोह में आयीं सभी बहनों से अनुरोध है कि वे गांव, टोला और मोहल्ले की गर्भवती महिलाओं को इसकी जानकारी दें। ताकि सरकार की योजना का लाभ उन तक पहुंचे और वह अपने आने वाले बच्चे और खुद का पोषण बेहतर ढंग से कर सकें।
2014 के बाद महिला कल्याण के लिए कई कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि 70 वर्ष की आजादी के बावजूद आधी आबादी यानी महिलाओं के उत्थान, उनके सम्मान पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके सम्मान और मान के लिए कई प्रयास किये। क्योंकि प्रधानमंत्री ने गरीबी को करीब से देखा और अनुभव किया था। झारखंड देश का ऐसा पहला राज्य है, जो उज्ज्वला योजना के तहत चूल्हा और दूसरी रिफिल भी मुफ्त में देता है। बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ अभियान को गति देने के उद्देश्य से राज्य में जन्म लेने वाली एक बेटी के जन्म से लेकर विवाह तक 70 हजार रुपये देता है। सखी मंडल के माध्यम से महिलाओं का आर्थिक स्वावलंबन सुनिश्चित किया जा रहा है।
इनकी रही मौजूदगी : मंत्री डॉ लुइस मरांडी, प्रदेश अध्य्क्ष लक्ष्मण गिलुवा, भाजपा की प्रदेश आरती सिंह, मेयर आशा लकड़ा, महामंत्री कमलावती सिंह समेत अन्य महिलाएं उपस्थित थीं।
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