रांची। मोरहाबादी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में हेमंत अपने पिता शिबू सोरेन से भी बतियाते दिखे, मानो समझ रहे हों कि अगले पांच साल तक सत्ता का संचालन करने में उन्हें किन बातों का ध्यान रखना है। अपने मुख्यमंत्री बनने की घोषणा होते ही हेमंत कुर्सी से उठे और मंच के सामने खड़े होकर उपस्थित भीड़ का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। यह महज अभिवादन नहीं था, बल्कि इस अभिवादन में हेमंत का आभार और जनता-जनार्दन के प्रति उनका स्रेह प्रतिध्वनित हो रहा था। हेमंत के शपथ ग्रहण करने के बाद कांग्रेस के कोटे से दो मंत्रियों ने शपथ ली, वहीं राजद के कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने शपथ ली।
कांग्रेस के मंत्रियों में सबसे पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम का नाम पुकारा गया, वहीं दूसरे नंबर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हेमंत खुशी और आत्मविश्वास के मिले-जुले भावों से भरे नजर आये। चुनाव प्रक्रिया के दौरान की गयी मेहनत का परिणाम पार्टी के पक्ष में आने की खुशी उनके चेहरे पर थी और था झारखंड में सकारात्मक बदलाव लाने का भाव। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद हेमंत ने पीले रंग की शॉल ओढ़ ली। हेमंत सोरेन का शपथ ग्रहण समारोह दो बजकर पंद्रह मिनट पर शुरू हुआ और दो बजकर 36 मिनट पर राष्टÑगान के साथ इसका समापन हो गया।