खरसावां। खरसावां गोलीकांड के 72 साल बाद किसी सीएम ने शहीदों के आश्रितों के आंसू पोंंछे। आज तक हर साल खरसावां में एक जनवरी को शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम आयोजित होते रहे। झारखंड गठन के बाद से सीएम भी जाते रहे। शहीद के परिजनों को आश्वासनों की गठरी भी सरकारें खूब थमाती रहीं, लेकिन किसी ने ईमानदारी से इस दिशा में पहल नहीं की। इस साल सीएम हेमंत सोरेन ने पहली बार शहीद के परिजनों के आंसू पोंछे। मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद अपने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम में पहुंचे हेमंत सोरेन ने बुधवार को बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि शहीदों के आश्रितों को खोज कर नौकरी देंगे। उन्हें सम्मान से जिंदगी जीने का अधिकार देंगे। शहीद का कोई भी परिजन अब उपेक्षित नहीं होगा। सीएम की घोषणा के बाद उपस्थित आश्रितों के चेहरे पर चमक आ गयी। दिल में संतोष का भाव दिखा। संतोष इसलिए भी था कि 72 साल बाद ही सही, लेकिन किसी सरकार ने तो सुध ली। अब आश्रितों को फाकाकशी और जिल्लत की जिंदगी नहीं जीनी पड़ेगी। उन्हें राज्य सरकार से समुचित सम्मान दिया जायेगा।
शहीदों के बलिदान से हमें शक्ति मिलती है
शहीदों को नमन करने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण की शुरुआत में ही उन्होंने खरसावां गोलीकांड के शहीदों को नमन किया। उन्होंने कहा कि हमारे पुरखों ने शोषण के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी है। लड़ाई शोषकों, सामंतों, महाजनों और यहां तक कि अंग्रेजों के खिलाफ भी उलगुलान किया। राज्य का कोल्हान हो, संथाल परगना हो, पलामू हो या फिर छोटानागपुर, हर जगह शहीदों की वीर गाथा इस राज्य की गरिमा को बढ़ा रही है, उनके संघर्ष को दर्शा रही है। हमें इन शहीदों के आदर्शों से शक्ति मिलती है। जिस तरह गुवा गोली कांड में शहीदों के परिजनों को चिह्नित कर नौकरी दी गयी, उसी तरह खरसावां गोलीकांड में शहीद के आश्रितों को भी वर्तमान सरकार नौकरी देगी। उन्हें पेंशन दी जायेगी। अब इस राज्य में ऐसा कोई काम नहीं होगा और कोई ऐसा नियम नहीं बनेगा, जिससे राज्य के लोगों को परेशानी हो। जनमानस में गुस्सा हो।
अब केवल राज्यहित में काम होगा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वर्तमान सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में जो निर्णय लिया गया, उसमें एक संदेश है। उस संदेश में कई चीजें हैं। अब इस राज्य में सिर्फ वही काम होगा, जो राज्य हित में होगा। यहां सिर्फ आदिवासियों और झारखंडियों के हित में निर्णय लिये जायेंगे। राज्य में अब सिर्फ वही काम होगा, जो जन मानस के लिए लाभदायक होगा। झारखंड में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं मरेगा। सबको अनाज सरकार देगी। पिछले पांच वर्ष में जो कलंक लगा है, उसको भी धोना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शपथ ग्रहण के बाद से मुझसे लोगों का मिलना अनवरत जारी है। उनकी आकांक्षाएं और उम्मीदें बहुत हैं। मेरा प्रयास होगा कि इस राज्य के हित में और यहां के लोगों के हित में ही काम हो। मेरा हर कदम झारखंड का मान-सम्मान बढ़ाने, आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर रास्ता निकालने वाला, हमारी मां, बहन और बेटियों की सुरक्षा के लिए और अच्छी शिक्षा व्यवस्था के लिए होगा। झारखंड को सोने की चिड़िया बनाने के लक्ष्य को हम सभी झारखंडवासी मिलकर प्राप्त करेंगे।
झारखंड को मिलकर संवारना है
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार बनने के बाद यह सरकार का पहला कदम है। सरकार गठन के बाद मैं आज रांची से बाहर आया हूं। हर साल की तरह इस साल भी हम लोग खरसावां के शहीद स्थल पर एकत्रित हुए हैं। निश्चित रूप से झारखंड शहीदों का राज्य है। मैं पुन: उन सभी शहीदों को नमन करता हूं और उन शहीदों को याद करके ही हम हर काम प्रारंभ करेंगे। राज्य के पिछड़ा होने के बावजूद शोषण करने वाले वर्गों के खिलाफ हमारे लोगों ने लंबी लड़ाई लड़ी। पूरे राज्य के आंदोलकारियों ने एक मजबूत प्रयास किया और आज इस राज्य में झारखंडवासियों की सरकार का निर्माण हुआ है। आपने जिस सोच, आशा और उम्मीद के साथ हमें झारखंड को आगे ले जाने की जिम्मेवारी सौंपी है, उसका निर्वहन ईमानदारी से करूंगा। यह जिम्मेवारी, यह चुनौती बहुत बड़ी है। हम मिलकर इसके बीच से रास्ता भी निकलेंगे।
इनकी रही मौजूदगी
इस अवसर पर सरायकेला विधायक चंपई सोरेन, मनोहरपुर विधायक जोबा मांझी, खरसावां विधायक दशरथ गगरई, जमशेदपुर पश्चिमी विधायक बन्ना गुप्ता, चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ, ईचागढ़ विधायक सविता महतो और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि समेत अन्य उपस्थित थे।
सीएम ने दी लोगों को नववर्ष की शुभकामनाएं
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड की समस्त जनता एवं देशवासियों को नववर्ष 2020 की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि वर्ष 2020 समस्त झारखंडवासियों के लिए सुख, शांति, सद्भाव, उन्नति, समृद्धि एवं अनंत सफलताओं का वर्ष होगा। उन्होंने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि नया वर्ष समस्त झारखंडवासियों के जीवन में खुशहाली लाये। श्री सोरेन ने विकसित, समृद्ध और नये झारखंड के निर्माण के लिए प्रदेश की समस्त जनता से राज्य की विकास यात्रा में सहयात्री बनने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा, आइये, हम सब मिलकर अपने झारखंड को बनायें और संवारें। उन्होंने कहा कि झारखंड की चेतना समावेशी है। यहां हर वर्ग के लोगों के विकास का भरपूर अवसर है और सभी धर्मों और सभी समुदायों के साथ आदिवासियों, दलितों, गरीबों और पिछड़े हुए लोगों को साथ लेकर प्रगति और खुशहाली के लिए समर्पित प्रयास ही मेरा संकल्प है।
आज रजरप्पा मंदिर जायेंगे
सीएम हेमंत सोरेन दो जनवरी को रजरप्पा जायेंगे। वहां छिनमस्तिका मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री दिन के 12.05 बजे मंदिर पहुंचेंगे। पूजा-अर्चना के बाद वह शाम को चार बजे रांची स्थित कांके रोड आवास आयेंगे।