पटना: मकर संक्रांति पर पतंगबाजी के शौक ने 21 लोगों की जिंदगी की डोर काट दी। बिहार की राजधानी पटना में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित पतंग उत्सव के दौरान एक बड़े नाव हादसे में अब तक 21 लोगों की मौत हो गयी है और कई लोग लापता हैं। नाव में 50 से ज्यादा लोग सवार थे। नाव पर ज्यादातर बच्चे सवार थे। एनआइटी घाट के पास शनिवार शाम एक नाव गंगा नदी में डूब गयी। अब तक 21 शव निकाले गये हैं। इनमें कुछ बच्चे भी हैं। हादसा एनआइटी घाट के पास हुआ। मकर संक्रांति के मौके पर गंगा पार पतंगबाजी हो रही थी। हादसा शनिवार शाम करीब 6 बजे हुआ। जब लोग मकर संक्रांति के दिन जिला प्रशासन द्वारा आयोजित पतंगबाजी उत्सव में हिस्सा लेकर लौट रहे थे। दोपहर को ही यहां हालात बिगड़ चुके थे। भीड़ इतनी ज्यादा हो चुकी थी कि उसे काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रशासन को जितनी उम्मीद थी, उससे ज्यादा लोग गंगा पार कर सबलपुर दियारा पहुंचे थे। नावें कम थीं। पतंगबाजी का आयोजन खत्म होने के बाद लोग तुरंत लौटना चाहते थे। इसी के चलते नाव ओवरलोड हुई। सबलपुर दियारा से लौटते वक्त नाव 25 मीटर दूर जाने पर ही डगमगाने लगी। नाव में से धुआं निकलने लगा। किनारे पर मौजूद लोग यह चीखते सुनाई दिये कि नाव बीच में से टूट गयी है। एक-दो लोगों ने नाव से पानी में छलांग लगा दी। नाव में तेजी से पानी भरा और देखते ही देखते वह डूब गयी। किनारे से दो लोग तुरंत बाकी लोगों की जान बचाने नदी में कूदे। किनारे से जैकेट्स भी फेंकी गयी। यह पूरा हादसा हजारों लोगों की भीड़ के सामने 20 सेकेंड में हो गया।
कई लोग तैरकर बाहर आये। जो लोग थोड़ा तैरना जानते थे, उन्हें किनारे मौजूद लोग लोगों ने पानी में उतर कर बाहर निकाला। डूबनेवालों को बचाने के लिए उनकी तरफ लाइफ जैकेट्स फेंकी गयी। इसके अलावा कुछ लोग पानी में डूबनेवालों को बचाने के लिए कूदे। कुछ लोग तैरकर घाट तक आ गए। लेकिन, ज्यादातर लोग पानी में डूब गये।