आजाद सिपाही संवाददाता
नयी दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में चीन की धोखेबाजी और 20 जांबाज भारतीयों की शहादत पर 136 करोड़ लोगों का यह देश उबल उठा है। देश भर में चीन विरोधी प्रदर्शनों के बीच पीएम ने चीन से दो टूक कहा है कि वह किसी भ्रम में न रहे। भारत हर हाल में इस कायराना हरकत का बदला लेगा। बुधवार को कोरोना के बढ़ते मामले पर पीएम ने मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलायी थी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई इस बैठक की शुरूआत में ही पीएम ने चीन के मामले पर देश को संबोधित किया। उन्होंने लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की तरफ से हुई हिंसक झड़प में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन्होंने चीन का जिक्र किये बगैर उसे कड़े शब्दों में चेताया और निर्णायक जवाब देने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे इन शहीदों का ये बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा। चाहे स्थिति कुछ भी हो, परिस्थिति कुछ भी हो, भारत पूरी दृढ़ता से देश की एक-एक इंच जमीन की, देश के स्वाभिमान की रक्षा करेगा। पीएम ने कहा, हम कभी किसी को उकसाते नहीं हैं, लेकिन अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता नहीं करते हैं। जब भी समय आया है, हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, अपनी क्षमताओं को साबित किया है। त्याग और तितिक्षा हमारे राष्ट्रीय चरित्र का हिस्सा है, लेकिन साथ ही वीरता भी उतना ही हमारे देश के चरित्र का हिस्सा हैं। मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं, हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा।
15 की रात हुई झड़प
बता दें कि 15 जून की रात लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी में चीन ने बड़ी हिमाकत की। उसने बातचीत के लिए पहुंचे भारतीय सैनिकों पर घात लगा कर हमला किया, जिसमें 20 सैनिक शहीद हो गये। भारतीय सैनिकों की जवाबी कार्रवाई में चीन के कम से कम 43 सैनिक हताहत हुए हैं। सेना ने कहा कि हिंसक झड़प में अधिकारी और दो जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी, जबकि 17 अन्य बुरी तरह घायल हो गये। बाद में वे सभी शहीद हो गये। सेना ने कहा है कि चार और घायल जवानों की हालत बेहद गंभीर है।
कैसे हुई घटना
यह घटना 15 जून की रात उस समय हुई, जब भारतीय सेना के अधिकारी कुछ जवानों के साथ निहत्थे चीन पोस्ट के पास पहुंचे। वे यह देखने गये थे कि चीनी सेना करार के मुताबिक पीछे हट रही है या नहीं। पीछे हटने की बजाय चीनी सेना ने पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 के पास टेंट बना लिया था। भारतीय सैनिकों ने उसे हटाना चाहा। इसी दौरान चीनी सेना ने कंटीले तार लगे डंडों और पत्थरों से निहत्थे भारतीय सैनिकों पर हमला बोल दिया। वहां तत्काल एक हजार से अधिक भारतीय सैनिक जुट गये और उन्होंने चीनी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया।
पीएम ने कल बुलायी सर्वदलीय बैठक
भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में चल रहे तनाव और स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को शाम के पांच बजे सर्वदलीय बैठक बुलायी है। विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस आभासी बैठक में भाग लेंगे। यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा दी गयी है। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, तीनों सेनाओं के प्रमुख और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस टकराव के साथ-साथ पूर्वी लद्दाख के संपूर्ण घटनाक्रम से अवगत कराया।
देश भर में विरोध – प्रदर्शन
लद्दाख की गलवां घाटी में चीन की हिमाकत पर पूरा देश उबल पड़ा। सुबह से लेकर देर शाम तक देश के विभिन्न हिस्सों में चीन विरोधी प्रदर्शन हुए। कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से अरुणाचल प्रदेश तक हर राज्य, हर शहर में तिरंगा लेकर लोगों का हुजूम शहीदों के सम्मान में उमड़ पड़ा। गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब आदि राज्यों में चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंका गया। गुजरात के अहमदाबाद के बापू नगर में लोगों ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के फोटो जलाये। यूपी के वाराणसी में लोगों ने एक एनजीओ के बैनर तले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका और चीन का झंडा जलाया। पटना में हाथों में तिरंगा लेकर सड़कों पर निकले लोगों ने कहा कि अब बातचीत नहीं, निर्णायक युद्ध होना चाहिए।