नई दिल्ली: हॉकी इंडिया ने कड़ा कदम उठाते हुए सोमवार को स्पष्ट किया कि वह पाकिस्तान के साथ जब तक कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलेगा तब तक देश का महासंघ 2014 चैम्पियंस ट्राफी के दौरान अपने खिलाड़ियों के गैर पेशेवर व्यवहार के लिए बिना शर्त लिखित माफी नहीं सौंपता।
पाकिस्तान हॉकी महासंघ (PHF) के सचिव शाहबाज अहमद ने हाल में आरोप लगाया था कि भुवनेश्वर में चैम्पियंस ट्राफी सेमीफाइनल के दौरान हुई घटना के कारण पिछले साल लखनऊ में हुए जूनियर वर्ल्ड कप में उनकी टीम को भाग लेने से रोक दिया था। पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भारत के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला जीतने के बाद अपनी टी-शर्ट निकाल दी थी और दर्शकों की ओर अश्लील इशारे किए थे।
हालांकि हॉकी इंडिया ने कहा कि पाकिस्तान के वर्ल्ड कप में नहीं भाग लेने का एकमात्र कारण उनकी वीजा के लिए देर से आवेदन करना था।
हॉकी इंडिया ने बयान में कहा, ‘पाकिस्तान हॉकी महासंघ अपनी टीम के लिये टूर्नामेंट के शुरू होने से 60 दिन पहले वीजा का आवेदन करने में असफल रहा था जो भारत सरकार की अनुमति के लिए जरूरी समय-सीमा है। पाकिस्तान हॉकी महासंघ वीजा के आवेदन को सौंपने की समय-सीमा का पालन करने में असफल रहा था इसलिए हॉकी इंडिया को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।’