Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Friday, June 20
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»भारत के आक्रामक रूख से चीन बैकफुट पर, खुद के अखबार में किया बड़ा खुलासा, जानिए कैसे
    Breaking News

    भारत के आक्रामक रूख से चीन बैकफुट पर, खुद के अखबार में किया बड़ा खुलासा, जानिए कैसे

    sonu kumarBy sonu kumarSeptember 9, 2020No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    चीन घबराया हुआ है और अब अपने ही लोगों को समझाने की कोशिश कर रहा है कि उसकी सेना युद्ध लड़ सकती है। साथ ही वह यह भी समझा रहा है कि उसे भारत के साथ युद्ध करने का फायदा मिलेगा।इससे साफ जाहिर है कि सीमा पर भारत के आक्रामक रुख से चीन बैकफुट पर है। चीन के स्टेट मीडिया से संबद्ध ग्लोबल टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, भारत को लेकर चीन की नीति ताकत पर आधारित है और अगर आम लोग भारतीय उकसावे से नहीं डरते हैं, तो पीएलए कैसे डर सकता है? ऐसे में देश कैसे कमजोर हो सकता है? हर किसी को यह मानना होगा कि चीन भारत पर हावी है और ऐसे में हम भारत को चीन का फायदा नहीं उठाने देंगे।

    ग्लोबल टाइम्स के एडिटर-इन-चीफ हू शिजिन ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा, चीन-भारत सीमा की सीमावर्ती स्थिति से परिचित लोगों ने मुझे बताया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का पूरी स्थिति पर दृढ़ नियंत्रण है और युद्ध की स्थिति में इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि यह कैसे लड़ा जाता है। पीएलए के पास भारतीय सेना को हराने की पूरी क्षमता है। इतना ही नहीं भारत-चीन सीमा पर चीन अपनी एक इंच जमीन भी नहीं खोएगा। इसे लेकर हम चीनी लोगों को आश्वस्त करते हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया, भारतीय पक्ष हमेशा यह समझता है कि चीन भारत के साथ युद्ध करने की हिम्मत नहीं करेगा। शायद इसके पीछे कारण यह है कि चीन ने पिछले 30 से ज्यादा वर्षों से युद्ध नहीं लड़ा है और वह शांतिपूर्ण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। कुछ बाहरी ताकतें सवाल उठाती हैं कि यदि आवश्यक होगा तो क्या हम लड़ेंगे या समझौता करेंगे।

    चीन मौजूदा हालात की तुलना 1962 के युद्ध से कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया, 1962 के युद्ध से पहले भारत चीन के क्षेत्र में अतिक्रमण करने और पीएलए को चुनौती देने से नहीं डरता था और अंतत: भारत को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी। मौजूदा हालात 1962 की लड़ाई के बेहद करीब हैं। सीमावर्ती स्थिति काफी तनावपूर्ण है और दोनों पक्षों के बीच सीधे तौर पर गोलीबारी करने की गंभीर संभावना है। उन्होंने आगे लिखा, मेरा चीनी सेना के साथ घनिष्ठ संपर्क है और मैं एक पूर्व सैनिक भी हूं। मुझे भारतीय पक्ष को चेतावनी देनी चाहिए कि पीएलए पहले गोली नहीं चलाती है, लेकिन अगर भारतीय सेना पीएलए पर पहली गोली चलाती है, तो इसका परिणाम मौके पर भारतीय सेना का सफाया होगा। यदि भारतीय सैनिकों ने संघर्ष को बढ़ाने की हिम्मत की, तो और अधिक भारतीय सैनिकों का सफाया हो जाएगा। भारतीय सेना ने हाल ही में शारीरिक संघर्ष में अपने 20 सैनिकों को खो दिया है, उनके पास पीएलए का मुकाबला करने का कोई मैच नहीं है।

    इसके बाद उन्होंने लिखा, बहुत से चीनी यह सोचकर पछता रहे हैं कि शायद शांतिपूर्ण विकास करना महान शक्ति चीन की नियति में नहीं है और शायद इसीलिए चीन को अपने दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करने के लिए युद्ध लडऩा पड़ रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दिल्ली को अपने कार्यों के लिए जिम्मेदार होना चाहिए, न कि चीन को मजबूर करना चाहिए कि वह जबरदस्ती उकसाने वाले भारतीय सैनिकों पर अपनी मजबूत इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करे

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleपीएम मोदी ने कहा, गरीबों के लिए जितना काम पिछले 6 वर्षों में हुआ, उतना पहले कभी नहीं हुआ
    Next Article मुंबई पहुंचीं कंगना रनौत, एयरपोर्ट पर समर्थकों की भारी भीड़
    sonu kumar

      Related Posts

      अहमदाबाद विमान दुर्घटना: डेटा रिकवरी के लिए ब्लैक बॉक्स अमेरिका भेजा जाएगा

      June 19, 2025

      प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों की सफल यात्रा के बाद स्वदेश लौटे

      June 19, 2025

      जेंडर बजट केवल आंकड़े नहीं, विकास का दृष्टिकोण: अन्नपूर्णा देवी

      June 19, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • अहमदाबाद विमान दुर्घटना: डेटा रिकवरी के लिए ब्लैक बॉक्स अमेरिका भेजा जाएगा
      • प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों की सफल यात्रा के बाद स्वदेश लौटे
      • जेंडर बजट केवल आंकड़े नहीं, विकास का दृष्टिकोण: अन्नपूर्णा देवी
      • रूस ने यूक्रेन के 81 यूएवी रोके या मार गिराए
      • राष्ट्रपति ट्रंप ईरान पर हमले को तैयार, अंतिम निर्णय बाकी, अमेरिकी मीडिया का दावा
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version