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    Home»Jharkhand Top News»लंबे संघर्ष की उपज है झारखंड : हेमंत
    Jharkhand Top News

    लंबे संघर्ष की उपज है झारखंड : हेमंत

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskJanuary 12, 2021No Comments3 Mins Read
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    रांची। झारखंड में रहनेवाले लोगों ने संघर्ष किया है। संघर्ष के प्रारंभिक दिनों में शिक्षा का अभाव था। यही वजह रही कि कई लोगों की गाथा सहेज कर नहीं रखी गयी। लेकिन समाज में कई ऐसे लोग भी रहे, जिन्होंने इस संघर्ष को करीब से देखा, समझा और उसे संजोकर रखने का प्रयास किया। कुछ लोग अपने संघर्ष की ऐसी छाप लोगों के दिलों में छोड़ते हैं कि उन्हें कागजों में उतारना गौरव की बात होती है। सोमवार को ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के जन्मदिन के अवसर पर उनके संघर्ष से जुड़ी तीन पुस्तकों के लोकार्पण समारोह में कहीं। उन्होंने कहा कि वास्तव में आज का दिन गुरुजी और पुस्तक के लेखक अनुज सिन्हा का है। लेखक ने इस वीर भूमि के इतिहास को संजो कर युवाओं के साथ-साथ बच्चों को इतिहास समझाने का प्रयास किया है।
    संघर्ष की परंपरा हमेशा से रही है
    मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में हमेशा से संघर्ष की परंपरा रही है। शोषण के खिलाफ हमेशा यहां आवाज उठायी गयी। जब देश आजादी के सपने नहीं देखता था। उस समय से यहां के लोगों ने संघर्ष का इतिहास लिखना प्रारंभ किया था। यहां के लोगों में संघर्ष करने की शैली अलग-अलग रही, जिसमें उन्होंने अपनी दक्षता का प्रदर्शन कर जंग जीता है।
    झारखंड की आंतरिक और बाह्य क्षमता को देख रहा हूं
    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार झारखंड की आंतरिक और बाह्य क्षमता को करीब से देख रही है। यह प्रयास किया जा रहा है कि जिस मकसद से हमारे पूर्वजों ने अलग झारखंड राज्य के लिए जंग लड़ी, इतिहास बनाया, उन सपनों को कैसे पूरा किया जाये। राज्य में क्षमता की कमी नहीं। कमी चेतना की है। अगर वह चेतना हम जगा पाये तो निश्चित रूप से राज्य आने वाले समय में आंतरिक और बाह्य क्षमता से देश के अग्रणी राज्यों से आगे जा सकता है। पीड़ा देने वाली चीजों का सफाया खुद ब खुद हो सकता है। झारखंड छोटा प्रदेश जरूर है, लेकिन यहां निवास करने वाले हर समुदाय और हर वर्ग में बहुत ही मजबूत गर्व करने वाली शक्ति मौजूद है। इस अवसर पर मंत्री चंपई सोरेन, मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, मंत्री मिथिलेश ठाकुर, मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री बादल, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, विधायक मथुरा महतो, विधायक बसंत सोरेन, विधायक मंगल कालिंदी, विधायक इरफान अंसारी, झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, प्रवक्ता डॉ तनुज खत्री, पुस्तक के लेखक अनुज कुमार सिन्हा, प्रभात प्रकाशन के डॉ. पीयूष कुमार तथा कई अन्य उपस्थित थे।

    Jharkhand is a product of long struggle: Hemant
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