Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 15
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»ताजा खबरें»विश्व प्रसिद्ध दीपोर बील के सौंदर्यीकरण को लेकर हुई चर्चा
    ताजा खबरें

    विश्व प्रसिद्ध दीपोर बील के सौंदर्यीकरण को लेकर हुई चर्चा

    sonu kumarBy sonu kumarJune 18, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    गुवाहाटी शहर स्थित दुनिया के सबसे बड़े जल अभयारण्य दीपोर बील के सौंदर्यीकरण को लेकर गुरुवार को असम सरकार के गुवाहाटी डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के मंत्री अशोक सिंघल ने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। मंत्री के जनता भवन (असम सचिवालय) स्थित सभा कक्ष में संपन्न हुई बैठक में दीपोर बील (झील) से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से चर्चा की गई। बैठक में वन एवं पर्यावरण मंत्री परिमल शुक्लवैद्य समेत कई उच्च पदस्थ सरकारी पदाधिकारी मौजूद थे।

    मंत्री ने बैठक में कहा कि 414 हेक्टेयर में फैले इस जल अभयारण्य में 200 से अधिक प्रजाति के जीव जंतु रहते हैं। दीपोर बील में 70 प्रकार के प्रवासी पक्षी भी आते हैं। यह बील दुनिया भर के पर्यटकों को सहज ही आकर्षित करता है। गुवाहाटी शहर के दक्षिणी-पश्चिमी छोर पर स्थित यह बड़ा सा वेटलैंड अपने आप में मनोरम दृश्य उपस्थित करने वाला है। एक तरफ गगनचुंबी डाकिनी पहाड़, जहां स्वयं भगवान भोलेनाथ का भीमशंकर ज्योतिर्लिंग विराजमान है।

    दूसरी तरफ, इस जलाशय के गर्भ में दुनिया के अनेक विलुप्त प्रजाति के जीव जंतु जल क्रीड़ा करते पाए जाते हैं। खासकर शाम के वक्त पहाड़ से उतरकर जंगली हाथी तथा अन्य पशु-पक्षी इसमें पानी पीने के लिए आते हैं। गुवाहाटी शहर से लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने के दोनों ही मार्गों से गुजरते हुए दीपोर बील का नजारा देखने को मिल जाता है। लेकिन, सबसे बड़ी त्रासदी यहां की यह है कि बगल के पहाड़ों पर पत्थर तोड़ने के लिए हमेशा ही बड़े-बड़े डायनामाइट ब्लास्ट किए जाते हैं जिससे पूरे वातावरण में आतंक की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जंगली हाथी तथा अन्य जानवर डर के मारे इधर-उधर भागते हैं।

    इसकी एक अन्य त्रासदी यह है कि गुवाहाटी शहर का तमाम कचरा इसी दीपोर बील में बीते 15 वर्षों से फेंका जा रहा है जिसके कारण इस बील का जल विषाक्त हो चुका है और विभिन्न प्रकार की प्रजातियां अब विलुप्त होने के कगार पर हैं। हालांकि, इन दिनों कचरा फेंकने की वैकल्पिक व्यवस्था गुवाहाटी नगर निगम द्वारा की जा रही है। दीपोर बील के बीच से होकर ग्वालपाड़ा होते हुए गुवाहाटी पहुंचने वाला रेल मार्ग गुजरता है। इस मार्ग पर हमेशा ही रेलगाड़ियां चलती रहती है।

    रेलगाड़ियों के कंपन की वजह से उत्पन्न होने वाले जल व ध्वनि तरंगों से किस प्रकार का आतंक इन जीव-जंतुओं के बीच उत्पन्न होता होगा इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। एलीफेंट कॉरिडोर होने की वजह से कई बार जंगली हाथी रेलगाड़ी से टकराकर बेमौत मारे जाते हैं। हालांकि, आज की बैठक में रेलवे लाइन को बील से हटाकर बगल में ले जाने संबंधी प्रस्ताव भी दिया गया। मंत्री सिंघल के निर्देशानुसार केंद्रीय रेल मंत्रालय से इस संदर्भ में गुहार लगाई गई है।

    विभाग के मंत्री की इस दिशा में सक्रियता को देखकर दीपोर बील के जीर्णोद्धार तथा इसके सौंदर्यीकरण संबंधी आशा एक बार फिर से जगी है। देखना यह है कि इस दिशा में नये मंत्री सिंघल कहां तक सफल हो पाते हैं। केंद्रीय रेल मंत्रालय इस संदर्भ में भेजे गए प्रस्तावों की पहले से ही अनदेखा करता रहा है। देखना यह है कि नए मंत्री सिंघल की पहल पर गाड़ी कहां तक खिसकती है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleसुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में गिरफ्तार आरोपित सिद्धार्थ पिठानी की जमानत याचिका खारिज
    Next Article 2021 में 52वीं बार बढ़ी पेट्रोल और डीजल की कीमतें, दिल्ली में करीब 13 रुपये महंगा हुआ पेट्रोल
    sonu kumar

      Related Posts

      प्रधानमंत्री कनाडा में जी7 सम्मेलन में लेंगे भाग, साइप्रस और क्रोएशिया भी जाएंगे

      June 14, 2025

      Air India के सभी बोइंग विमानों की होगी जांच, अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद DGCA का एलान

      June 13, 2025

      एअर इंडिया के विमान की बम की धमकी के बाद थाईलैंड में आपात लैंडिंग

      June 13, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री कनाडा में जी7 सम्मेलन में लेंगे भाग, साइप्रस और क्रोएशिया भी जाएंगे
      • सड़क हादसे में दो की मौत
      • स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी का जनता दरबार 17 को
      • पटमदा में आवारा कुत्तों का आतंक जारी, अब तक 20 से अधिक लोग घायल
      • पुलिस ने 50 लाख का गांजा किया बरामद, एक गिरफ्तार
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version