माना पटेल टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली महिला और श्रीहरि नटराज और साजन प्रकाश के बाद तीसरी भारतीय तैराक बन गईं हैं। स्वीमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने खुद इसकी पुष्टी की है। दरअसल माना को ‘यूनिवर्सलिटी’ कोटे के तहत ओलंपिक में एंट्री मिली है। साथ ही उनको 100 मीटर बैकस्ट्रोक प्रतियोगिता के लिए सिलेक्ट किया गया है।
क्या होता है ‘यूनिवर्सेलिटी‘ कोटा?
दरअसल, ‘यूनिवर्सेलिटी’ कोटा एक देश के एक पुरुष और एक महिला प्रतियोगी को ओलंपिक में प्रतिभाग करने की अनुमति देता है। लेकिन इसके साथ शर्त ये रहती है कि उस लिंग से देश में किसी और तैराक ने क्वालीफाई नहीं किया हो या फिर फिना (FINA) की तरफ से उसे आमंत्रित ना किया गया हो।