चाईबासा। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के नाम पर बड़ाजामदा के ठेकेदार विपिन कुमार महाकुड़ से 30 लाख रुपए की मांग करने वाले गिरोह के छह लोगों को पश्चिमी सिहंभूम (चाईबासा) पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार अपराधियों में दीपक गोस्वामी (25 ), चुन्नु दास (30 ), तापस दास (35), सोनु महापात्र (35), विनय कुमार दास (37 ) और विकास कुमार सिंह (24 ) शामिल हैं। इनके पास से दो देशी कट्टा, एक देसी पिस्टल, चार जिन्दा गोली, चार राउन्ड 7.65 का जिन्दा गोली, एक पिस्टल का मैगजीन, एक बाइक , एक स्कूटी पीएलएफआई का 12 पर्चा और अन्य सामान बरामद किया गया है।
इन अपराधियों ने ठेकेदार विपिन के साथ मारपीट कर हाथ तोड़ दिया था। अप्रैल में बालाजी स्पंज आयरन प्लांट में घुस कर कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों के साथ लेवी के लिए मारपीट कर मशीनों में आग लगाने, अन्य कारोबारियों और प्रतिष्ठित लोगों को डाक के माध्यम से पीएलएफआई का लेवी संबंधित पत्र भेजकर और फोन कर लेवी मांगते थे।
एसपी अजय लिंडा ने शुक्रवार को बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि छह अपराधी वनदेवी मंदिर के पीछे आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए एकत्रित हुए हैं। इस सूचना के बाद एसपी ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी किरीबुरु अजीत कुमार कुजूर के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया। छापामारी टीम वनदेवी मंदिर के पास पहुंची तो वहां पर एक स्कूटी और एक मोटरसाइकिल खड़ी थी। पुलिस बल को देख कर वहां पर बैठे लोग भागने लगे। इसके पुलिस बल ने सभी को खदेड़ कर पकड़ लिया।
एसपी ने बताया कि छापामारी टीम में किरीबुरु के एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, जगन्नाथपुर के एसडीपीओ इकुड़ डुंगडुंग, किरीबुरु के इंस्पेक्टर बिरेन्द्र एक्का, नोवामुंडी के इंस्पेक्टर बिरेन्द्र कुमार, किरीबुरु थाना प्रभारी अशोक कुमार, गुवा थाना प्रभारी अनिल कुमार यादव, नोवामुंडी थाना प्रभारी राकेश कुमार, बड़ाजामदा ओपी प्रभारी सोभनाथ सोरेन, गुवा थाना के एसआई नवीन कुमार महतो, नोवामुंडी थाना के एसआई सुबिन्द्र राम सहित सशस्त्र बल शामिल थे।