यूक्रेन पर आक्रमण करके दुनिया के निशाने पर आए रूस ने 31 देशों को अपना दुश्मन मानते हुए सूची जारी की है। इस सूची में अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और यूक्रेन के साथ यूरोपियन यूनियन के सदस्य देशों के नाम शामिल हैं।
चीन के सरकारी मीडिया सीजीटीएन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने दुश्मन देशों की सूची को मंजूरी दे दी है। इस सूची में अमेरिका, ब्रिटेन, यूक्रेन, जापान समेत यूरोपियन यूनियन के 27 सदस्य देशों के नाम शामिल हैं।
अमेरिका ने कई तरह प्रतिबंध लगाए
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद अमेरिका का रुख बेहद आक्रामक है। रूस पर अमेरिका ने कई तरह प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के प्रवेश पर रोक लगा दी है। साथ ही रूस के 4 बैंकों और सरकारी ऊर्जा कंपनी गजप्रोम को भी प्रतिबंधित कर दिया है। अमेरिका ने रूसी विमानों के लिए अपना एयर स्पेस भी बंद कर दिया है। इसके साथ ही अमेरिका ने यूक्रेन को हथियार भी भेजे हैं और आर्थिक सहायता देने का ऐलान भी किया है।
ब्रिटेन ने एयरस्पेस बंद किया
ब्रिटेन ने भी रूस की सरकारी विमान कंपनी एयरोलोफ्ट के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। ब्रिटेन ने रूस के 5 बैंकों पर प्रतिबंध लगाया है। पुतिन की संपत्ति जब्त करने और उनके अकाउंट्स को फ्रीज करने की घोषणा की है। रूस के अरबपतियों के प्राइवेट जेट प्लेन के लिए भी अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। अमेरिका की तरह ही ब्रिटेन ने भी यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक मदद भेजी है।
जापान ने यूक्रेन को मुहैया कराए हथियार
रूस ने यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी है। पुतिन यह तक कह चुके हैं कि वह यूक्रेन को अलग देश नहीं मानते। जापान ने यूक्रेन की मदद की घोषणा की है। वह यूक्रेन को हथियार मुहैया करा रहा है। जापान ने यूक्रेन को बुलेटप्रूफ जैकेट, हेलमेट समेत कई रक्षा उपकरण भेजे हैं। इसके अलावा जापान ने चार रशियन बैंकों की संपत्ति जब्त करने का ऐलान भी किया है।
यूरोपियन यूनियन के सदस्य देशों ने यूक्रेन को दी सैन्य मदद
यूरोपियन यूनियन ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। यूरोपियन यूनियन में 27 देश हैं। सभी सदस्यों ने रूसी विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। यूरोपियन यूनियन में मौजूद रूस के अरबपतियों की संपत्ति भी जब्त की जा रही है। अहम बात यह है कि सभी सदस्य देश यूक्रेन को न सिर्फ आर्थिक बल्कि सैन्य मदद कर रहे हैं।