Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Thursday, June 5
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»सऊदी अरब के इतिहास में पहली बार एक साथ 81 लोगों को सजा-ए-मौत
    Breaking News

    सऊदी अरब के इतिहास में पहली बार एक साथ 81 लोगों को सजा-ए-मौत

    azad sipahiBy azad sipahiMarch 13, 2022No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    सऊदी अरब में एक साथ 81 लोगों को सजा-ए-मौत दी गयी है। मौत की सजा पाने वालों में यमन के सात और सीरिया का एक नागरिक भी शामिल है। बताया गया कि इन्हें चरमपंथी गतिविधियों सहित एक से ज्यादा जघन्य अपराधों के लिए मौत की सजा दी गयी है।

    सऊदी अरब की स्थानीय मीडिया के मुताबिक इन सभी को जघन्य अपराधों में दोषी पाया गया। इनके ऊपर निर्दोष बच्चों, महिलाओं-पुरुषों और अधिकारियों की हत्या का इल्जाम था। इनमें से कुछ पर कथित इस्लामी चरमपंथी समूह इस्लामिक स्टेट, अल-क़ायदा और यमन के हूती विद्रोही समूहों से जुड़े होने के आरोप था।

    यह घटनाक्रम ऐसे वक्त हुआ है जब दुनिया का पूरा ध्यान यूक्रेन-रूस के युद्ध पर केंद्रित है। कोरोना वायरस महामारी के दौरान सऊदी अरब में मौत की सजा के मामलों की संख्या में कमी आई थी, हालांकि किंग सलमान और उनके बेटे, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के शासनकाल में विभिन्न मामलों के दोषियों का सिर कलम करना जारी रहा था।

    सऊदी अरब के इतिहास में यह पहला मौका है जब 81 दोषियों को एक साथ फांसी दी गई। इससे पूर्व, जनवरी 1980 में मक्का की बड़ी मस्जिद से संबंधित बंधक प्रकरण के दोषी ठहराए गए 63 चरमपंथियों को मृत्युदंड दिया गया था।

    मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि इनमें से कई आरोपियों को निष्पक्ष तौर पर क़ानूनन अपनी दलील का मौक़ा भी नहीं दिया गया। हालांकि सऊदी अरब की सरकार ने इन आरोपों से साफ इनकार किया है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleसह प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव पद से विधायक दीपिका पांडेय का इस्तीफा
    Next Article आइपीएस अनुराग गुप्ता को निलंबन मुक्त करने संबंधित फाइल मुख्यमंत्री के पास पहुंची
    azad sipahi

      Related Posts

      गाजा में जीएचएफ ने मानवीय सहायता का वितरण रोका

      June 4, 2025

      अमेरिका में जहरीले फंगस की तस्करी के आरोप में चीन की वैज्ञानिक गिरफ्तार

      June 4, 2025

      दक्षिण कोरिया ने ली जे-म्योंग पर जताया भरोसा, राष्ट्रपति निर्वाचित

      June 4, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • देश में कोरोना के मामले बढ़कर हुए 4,302, पिछले 24 घंटे में 7 लोगों को मौत
      • आईपीएल खिताब जीतने पर कोहली ने कहा-ये जीत आत्मा को सुकून दे रही है
      • 17 साल का सूखा खत्म, आरसीबी बनी आईपीएल चैंपियन, फाइनल में पंजाब को 6 रन से हराया
      • पाकिस्तान के खिलाफ दुनिया घूम कर स्वदेश लौटे अभिषेक, विदेशमंत्री की बैठक से बनाई दूरी
      • गाजा में जीएचएफ ने मानवीय सहायता का वितरण रोका
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version