- सुबह में बड़े साहब से फोन पर बात कर रहा था। इडी टीम पहुंची, देखते ही एपल मोबाइल को कचरे में फेंक दिया, खुलेंगे बड़े राज
- अनिल झा के यहां छापेमारी से राजनेताओं के चेहरों की हवाइयां उड़ीं
- अनिल झा का मोबाइल परेशानी का सबब बनेगा नेताओं के लिए
रांची। भ्रष्ट आइएएस पूजा सिंघल के ठिकानों पर शुरू हुई छापेमारी का सिलसिला लगातार जारी है। मंगलवार को इस कड़ी में अशोक नगर के विशाल चौधरी के यहां इडी ने छापेमारी की। यहां बड़ी मात्रा में नकदी मिलने की सूचना है। इडी अधिकारियों ने यहां नोट गिननेवाली मशीन मंगा ली है। बता दें कि ज्यादा कैश मिलने पर ही मशीन मंगायी जाती है। विशाल चौधरी के यहां जैसे ही इडी की टीम पहुंची, उसने अपना एपल का मोबाइल फोन कचरे में फेंक दिया। इडी ने काफी दबाव बनाया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उसका मोबाइल कचरे के ढेर से बरामद हुआ है। इस मोबाइल में बहुत सारे राज कैद हैं। वह लगातार बड़े साहबों से बात करता था। सुबह भी जब इडी की टीम उसके यहां पहुंची, तो वह किसी बड़े साहब से ही बात कर रहा था। इडी की टीम को देखते ही उसने मोबाइल फेंक दी। बता दें कि विशाल चौधरी का संबंध राज्य सरकार में सबसे प्रभावशाली दो आइएएस अधिकारियों से है। इनमें से एक से उसका संबंध उस समय से है, जब साहब बिजली विभाग में थे। सरकार बनने पर विशाल का रूतबा और बढ़ गया। उसके बारे में राजनीतिक हलकों में यह चर्चा खुलेआम है कि विशाल के यहां से ट्रांसफर-पोस्टिंग वाले अधिकारियों के नाम का चिट जाता था। उनसे विशाल ही पैसे लेता था और साहबों तक पहुंचाता था। यह काम कडरू ओवरब्रिज के पास एक बिल्डिंग में होता था। रांची के सभी अधिकारी उस जगह से परिचित हैं। वहीं मुजफ्फरपुर में भी विशाल के रिश्तेदार के यहां छापेमारी चल रही है। उनका नाम त्रिवेणी चौधरी है। यहां पर काफी मात्रा में कागजात मिलने की बात सामने आ रही है
इडी अनिल झा के यहां भी छापेमारी कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अनिल झा के फोन का इस्तेमाल कोई दूसरा करता था। उस फोन से ही ब्लैक से ह्वाइट बनाने के बारे में बातचीत होती थी। सूचना मिलने पर ही इडी ने छापा मारा है। कहा जा सकता है कि विशाल चौधरी और अनिल झा के यहां छापेमारी के बाद सरकार में शामिल बड़े अधिकारियों की शामत आनेवाली है। अधिकारियों में काफी बेचैनी बढ़ गयी है। राजनीतिज्ञों के चेहरे पर भी हवाइयां उड़ने लगी हैं।