Author: azad sipahi desk
हैदराबाद: हैदराबाद में डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या के चारों आरोपियों के पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद अब इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। आरोपियों के साथ हुई मुठभेड़ की जांच के लिए तेलंगाना की राज्य सरकार की ओर से विशेष जांच टीम का गठन किया गया है। इस विशेष जांच टीम की कमान रचकोंडा के पुलिस कमिश्नर महेश एम भागवत को सौंपी गई है। रविवार को ही हैदराबाद की साइबराबाद पुलिस के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराते हुए इस एनकाउंटर को एक फर्जी मुठभेड़ बताया गया था। इस शिकायत के बाद…
वेस्ट इंडीज ने तिरुवनंतपुरम टी20 इंटरनैशनल में भारत को 8 विकेट से हरा दिया। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर शिवम दुबे के 54 रनों की बदौलत 7 विकेट पर 170 रन बनाए। इसके जवाब में वेस्ट इंडीज लिंडल सिमंस के 63 रनों की मदद से 9 गेंद बाकी रहते 2 विकेट पर 173 रन बनाकर मैच जीत लिया। विंडीज की ओर से इविन लुईस ने 40 रन बनाए। इसके अलावा शिमरॉन हेटमायर ने 23 और निकोलस पूरन ने 18 गेंदों पर 38 रन बनाए। उन्होंने चार चौके और दो छक्के लगाए। तीन मैचों की सीरीज 1-1…
झरिया/जोरापोखर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि विपक्षियों के पास कोई कार्यक्रम नहीं है। वे तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। वह भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है। उसका काम विपक्षियों की तरह लोगों को धोखा देना नहीं, बल्कि लोगों से आंख मिला कर जन समस्याओं का समाधान करना है। भाजपा सिर्फ चुनाव को लेकर राजनीति नहीं करती। ऐसे भी सिवाय भाजपा की शिकायत करने के अलावा विपक्षियों के पास कोई कार्यक्रम नहीं है।…
रोड शो में दिखा उत्साह सभाओं में विपक्ष पर बरसे
कांके। आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने रविवार को कांके विधानसभा क्षेत्र के नगड़ी जतरा मैदान में आयोजित चुनावी सभा में कहा कि आजसू राज्य से ‘लाट साहबी व्यवस्था’ खत्म करेगी। उन्होंने कहा कि स्वराज स्वाभिमान यात्रा के पीछे के मकसद को साकार करने की घड़ी आ चुकी है। आजसू का लक्ष्य झारखंड में ग्राम स्वराज स्थापित करने का है। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ सीधे गरीबों तक पहुंचे, यह भी उनकी कामना है। उन्होंने कहा कि आजसू पार्टी सेवा का अवसर इसी के लिए मांग रही है। पंच का फैसला सरकार का फैसला बनेगा, यही तैयारी है। सुदेश महतो…
झारखंड में सत्ता की चाबी वर्ष 2014 के विधानसभा में जनता ने भाजपा के हाथों में सौंपी थी। इनमें वे 10 सीटें महत्वपूर्ण थीं, जिन पर तीसरे चरण यानी 12 दिसंबर को मतदान होना है। भाजपा ने इन 17 में से दस सीटों पर जीत दर्ज कर सत्ता के द्वार पर पहुंची थी। उसके बाद भाजपा ने आजसू के साथ और झाविमो के तोड़े गये छह विधायकों को अपने दल में मिला कर रघुवर दास के नेतृत्व में पांच साल तक निर्विघ्न सरकार चलायी। अब एक बार फिर झारखंड चुनावी मोड में है । अब तक दो चरणों के चुनाव हो चुके हैं। स्थिति बहुत साफ नहीं है। राज्य में सत्ता की चाबी किसके हाथ लगेगी, यह बहुत हद तक तीसरे चरण की 17 सीटें तय करेंगी। तीसरे और चौथे चरण की सीटें भाजपा की मजबूत दखलवाली मानी जाती हैं। यही वजह है कि इन सीटों पर भाजपा पूरी ताकत से लड़ रही है। तीसरे चरण की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक धनवार सीट पर झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी की प्रतिष्ठा दांव पर है, वहीं सिल्ली सीट पर सुदेश महतो के राजनीतिक भविष्य का फैसला होना है। बरही और मांडू सीट पर इस बार भाजपा के उम्मीदवारों के सामने अपने पाला बदलने के फैसले को सही साबित करना है। पहले और दूसरे चरण की सीटों पर मतदान के का रुझान बहुत साफ नहीं है। ऐसे में भाजपा तीसरे और चौथे चरण की सीटों पर अपनी बादशाहत बरकरार रखना चाहेगी। भाजपा को इस बार गठबंधन के साथ-साथ आजसू और झाविमो से जिस तरह से चुनौती मिल रही है, उसमें पार्टी के लिए यहां खुद को मजबूत बनाये रखना आसान काम नहीं है। नौ दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोकारो और बरही में चुनावी सभाओं को संबोधित कर हवाओं का रुख पार्टी के उम्मीदवारों की ओर मोड़ने की पूरी कोशिश करेंगे। जाहिर है कि इन सीटों पर कब्जा बरकरार रखने की राह भाजपा के लिए आसान नहीं है और भाजपा भी यह सत्य अच्छी तरह जानती है। तीसरे चरण की हाइप्रोफाइल सीटों और मांडू तथा बरही में पार्टी उम्मीदवारों की चुनौतियों पर नजर डालती दयानंद राय की रिपोर्ट।
तिरुअनंतपुरम से जुड़े एजीएम हत्याकांड के तार