संथाल की जनसभा में उमड़ा जन सैलाब, बोले रघुवर
Author: azad sipahi desk
मेदिनीनगर। बदलाव यात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिवाजी मैदान में कहा कि खनिज संपदा से भरपूर होते हुए भी झारखंड के लोग आज भूखमरी की स्थिति में हंै। यहां के सारे खनिज संपदा पर दूसरे राज्य के लोगों का कब्जा है। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य अलग हुए 19 वर्ष हो गया, न तो राज्य के लोगों का सपना साकार हुआ और न ही यहां का विकास हुआ। इस राज्य में सबसे ज्यादा भाजपा का शासन रहा, लेकिन यहां के विकास पुरुषों को आज तक झारखंड का विकास नहीं दिखा। यहां केवल दारू दुकान खुलवाने और स्कूल…
आज से तीन दशक पहले जब झारखंड आंदोलन उफान पर था, आॅल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन या आजसू को इस आंदोलन का युवा चेहरा माना जाता था। झारखंड अलग राज्य बनने के बाद 19 साल में इस संगठन के राजनीतिक अवतार ने कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन इसने अपनी पहचान को कभी नेपथ्य में नहीं जाने दिया। संघर्ष और प्रतिबद्धता की बदौलत इसने हर दिन राजनीति का नया मुकाम हासिल किया है। स्पष्ट विजन, मुद्दों की समझ और जनता के बीच जाकर राजनीति करने का माद्दा रखनेवाले आजसू को आज झारखंड की बड़ी ताकत माना जाता है, तो इसके पीछे इसके नेताओं-कार्यकर्ताओं का बलिदान शामिल है। झारखंड बनने के बाद महज दो विधानसभा सीटों से चुनावी राजनीति करनेवाली इस पार्टी ने आज राज्य की कम से कम 20 सीटों पर अपना जनाधार बना लिया है। इन सीटों पर आजसू चुनाव परिणाम को प्रभावित करने की स्थिति में है। यही कारण है कि दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भाजपा भी अपने इस सहयोगी पर आंख बंद कर भरोसा करती है, उसे अपनी कामयाबी के सफर का हमसफर बताती है। आजसू के इस विस्तार के पीछे पार्टी नेतृत्व का बड़ा हाथ माना जाता है। आखिर आजसू ने ऐसा क्या किया कि झारखंड के सबसे पुराने और ताकतवर राजनीतिक दल झामुमो को रक्षात्मक रुख अख्तियार करना पड़ रहा है। आजसू के विस्तार के कारणों की पड़ताल करती आजाद सिपाही पॉलिटिकल ब्यूरो की विशेष रिपोर्ट।
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नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय एकता और अखण्डता को प्रोत्साहित करने के लिए पद्म पुरस्कारों की तर्ज पर सरदार पटेल राष्ट्रीय सम्मान शुरू करने का ऐलान किया। सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता सम्मान देश की एकता और अखंडता में योगदान देने वाले संस्थानों और व्यक्तियों को दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल दिसंबर में गुजरात के केवड़िया में आयोजित पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के वार्षिक सम्मेलन में इस सम्मान की घोषणा की थी। सरकार पटेल की चर्चित प्रतिमा यूनिटी ऑफ स्टैचू भी यहीं लगाई गई है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, ‘भारत…
सीसीएल के अफसरों और पुलिस की मौजूदगी में होती थी पिपरवार में वसूली
दुमका/शिकारीपाड़ा/ मारसडगा/पाकुड़/महेशपुर। सीएनटी और एसपीटी एक्ट का सबसे ज्यादा उल्लंघन झारखंड मुक्ति मोर्चा ने किया। गरीब और भोले-भाले आदिवासियों की जमीन को सस्ते में खरीद ली। कई शहरों में सोरेन परिवार की जमीन है। झामुमो द्वारा भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है कि वह आपकी जमीन छीन लेगी। सच्चाई यह है कि पांच सालों में भाजपा सरकार ने किसी भी आदिवासी की जमीन नहीं ली। आप ऐसे लोगों से दूर रहें और गुमराह करने वालों को फिर से चुनाव में सबक सिखायें। संथाल से झामुमो का नामो-निशान मिटा दें, क्योंकि झामुमो मतलब झारखंड मुद्रा मोचन पार्टी। ये बातें…