डीसी नैंसी सहाय ने कहा है कि वैश्विक महामारी के इस काल में सभी को अपने-अपने स्तर पर सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि सामूहिक रूप से कोरोना के विरुद्ध जारी युद्ध से लड़कर जीत हासिल की जा सके। उन्होंने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण के इस जंग में एक जागरूक नागरिक की तरह आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। सबसे महत्वपूर्ण उन लोगों का तिरस्कार न करें जो एकांतवास में हैं। सभी हमारे अपने हैं, उनका ध्यान रखें। समाज में उन्हें स्वीकार करें। याद रखें हमें बीमारी से लड़ना है, बीमार से नहीं। डीसी नैंसी स
Browsing: विशेष
झारखंड में कोरोना से एक और मौत हुई है। रिम्स के कोविड वार्ड में भर्ती 69 वर्षीय महिला मंगलवार को कोरोना से जंग हार गई। इसके साथ ही राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 8 हो गई है। महिला बोकारो के फुसरो कि रहने वाली है। ब्रेन हैम्रेज होने के बाद मेडिका में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जहां जांच में उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। जिसके बाद महिला को रिम्स के कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था। जहां इलाज़ के दौरान मंगलवार को उसकी मौत हो गई। महिला के शव को सुरक्षित रखा गया है।
कोरोना वायरस महामारी के चलते लगभग 3 महीने मैं महाकाल मंदिर के पट सोमवार को श्रद्धालुओं लिए खोले गए। पहले…
भारत-चीन सीमा पर झारखंड के श्रमिक सड़क निर्माण करेंगे। लद्दाख-हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में चीन की सीमा पर सड़क बनाने के लिए झारखंड से 11815 मजदूर जायेंगे। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने समय पर मजदूरों का भुगतान करने, सुरक्षा की व्यवस्था और अन्य सुविधाओं का आश्वासन देकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मजदूरों को भेजने का आग्रह किया था। सभी आश्वासन लिखित में मिलने के बाद सीएम ने मजदूरों को भेजने की मंजूरी दे दी।
रांची। होटवार जेल में बंद तब्लीगी जमात के 17 विदेशियों को रांची सिविल कोर्ट से राहत नहीं मिली। सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई करते हुए प्रधान न्यायायुक्त नवनीत कुमार की अदालत ने चार महिला सहित 17 विदेशियों की जमानत याचिका खारिज कर दी। इससे पूर्व 12 मई को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी फहीम किरवानी की अदालत ने इन सभी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद इन्हें जेल भेजा गया था। मामले को लेकर हिंदपीढ़ी थाना में सात अप्रैल 2020 को कांड संख्या 34/ 2020 दर्ज किया गया था।
राजनीति केवल अवसरवादिता का खेल नहीं है। यदि ऐसा होता, तो राजनीतिक दलों के लिए अवसरों की कमी कभी नहीं रही, लेकिन बहुत से अवसर पर इसका लाभ उठाने की उन्होंने नहीं सोची, क्योंकि इसके दूरगामी परिणाम ठीक नहीं होते। झारखंड में भाजपा शायद राजनीति के इस गूढ़ मंत्र को भूल गयी है। तभी पार्टी ने अपने बाहुबली विधायक ढुल्लू महतो के पक्ष में बयान देकर पूरी पार्टी को नये विवाद में डाल दिया है। राज्यसभा चुनाव में पार्टी के विधायकों का अभी क्या महत्व है, इसे तो आसानी से समझा जा सकता है, लेकिन भाजपा ने एक ऐसा मु
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के प्रयास से दूरस्थ क्षेत्र लेह में फंसे 55 झारखण्डवासियों की आज हवाई मार्ग द्वारा राज्य वापसी हुई। रांची एयरपोर्ट पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर एवं मंत्री श्री बादल पत्रलेख ने उनका स्वागत किया। तत्पश्चात सभी को उनके गंतव्य के लिए बस से रवाना कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा लेह से सैकड़ों किलोमीटर दूर सुदूरवर्ती दुर्गम नुब्रा घाटी से झारखण्ड के श्रमिक भाईयों का दूसरा जत्था हवाई मार्ग से रांची पहुंच गया। उन सभी को जोहार।
सोमवार को मंदिरों के खुलने पर श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन कर सुख समृर्दि की कामना की। इक्यावन शक्तिपीठों में प्रधान…
गुमला सदर अस्पताल के एक डॉक्टर और एक नर्स का कोरोना सैंपल पॉजिटिव आने की सूचना प्राप्त हो रही है। अगर ये सूचना सही है, तो मान लीजिए अब जिला मुख्यालय में खतरे की घंटी बज चुकी है। इस सूचना के बाद शहर में हड़कंप मच गया है। जहां डॉक्टरों के बीच इस बात को लेकर भय उत्पन्न है। वही अस्पताल कर्मियों के चेहरे पर खौफ साफ झलक रहा है।
24 मार्च को जब कोरोना महामारी के कारण देशव्यापी लॉकडाउन का एलान किया गया था, झारखंड में संक्रमण का कोई मामला नहीं था। लेकिन आज यह संख्या एक हजार के पार जा चुकी है और अगले 24 घंटे में लॉकडाउन खत्म होने का पहला चरण, यानी अनलॉक-1 शुरू होनेवाला है। यह झारखंड के लिए बेहद खतरनाक और चिंतनीय स्थिति है, क्योंकि यहां जिस रफ्तार में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, राज्य की तबाही की आशंका उतनी ही बलवती हो
झारखंड के पूर्व राज्यपाल वेद प्रकाश मारवाह का निधन गोवा में हो गया। 87 वर्षीय वेद मारवाह मणिपुर एवं मिजोरम के राज्यपाल तथा दिल्ली पुलिस के कमिश्नर भी रह चुके थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मारवाह के निधन पर शोक जताया है। कहा है कि झारखंड के पूर्व राज्यपाल वेद प्रकाश मारवाह जी के निधन की खबर से आहत हूं। झारखंड के राज्यपाल बनने से पूर्व उन्होंने देश में कई महत्वपूर्ण पदों पर भी सेवा दी थी।
