यदि जिंदगी हर पल इम्तिहान लेती है, तो राजनीति का मैदान भी राजनेताओं के लिए चुनौतियों और संभावनाओं का द्वार एक साथ खुला रखता है। राजनीति के इम्तिहान में जो चुनौतियों का सामना करते हुए इसे अवसर में तब्दील कर लेते हैं, उनके सिर जनता सत्ता का ताज सजा देती है और जो जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते, उन्हें विफलता का मुंह देखना पड़ता है। झारखंड में सात दिसंबर को होनेवाले दूसरे चरण के चुनाव में पाला बदलकर चुनाव लड़ने वाले छह दिग्गजों को कड़ी चुनौती से जूझना पड़ रहा है। इस चुनाव में इन दिग्गजों को जहां खुद को साबित करना है, वहीं उनके दलों को भी कड़ी परीक्षा देनी है। दूसरे चरण के चुनाव में झारखंड के दिग्गज नेताओं की राजनीति और उनकी चुनौतियों की पड़ताल करती दयानंद राय की रिपोर्ट।