पेशावर: पाकिस्तान के अशांत उत्तर पश्चिमी क्षेत्र कुर्रम एजेंसी में भीड़भाड़ वाली सब्जी मंडी में आज एक भीषण विस्फोट हुआ जिसमें कम से कम 20 लोग मारे गए और करीब 50 अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट अफगान सीमा के पास स्थित कुर्रम एजेंसी इलाके में प्रशासनिक मुख्यालय पराचिनार के ईदगाह बाजार स्थित भीड़भाड़ वाली सब्जी मंडी में हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती रिपोर्ट से पता चलता है कि विस्फोटक को सब्जी के टोकरे में छिपाया गया था। सब्जियों की बिक्री के दौरान इसमें विस्फोट हो गया जिससे 20 लोग मारे गए और 50 अन्य घायल हो गये। घायलों को पराचिनार मुख्यालय के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों और चिकित्सा सुविधाओं की कमी है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि सब्जी मंडी में सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर आईईडी विस्फोट हुआ। बयान में कहा गया, ‘सेना और एफसी क्विक रिस्पांस के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है। घायलों को चिकित्सा सुविधा पहुंचाने के लिए सेना का हेलीकॉप्टर रवाना किया गया है।’
गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान ने विस्फोट की निंदा की और घटना से संबंधित विस्तृत जांच का आदेश दिया। अधिकारियों के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि सुबह के समय सब्जी मंडी में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। कुर्रम एजेंसी संवेदनशील कबाइली इलाकों में से एक है क्योंकि इसकी सीमा तीन अफगान प्रांतों से लगती है। यह स्थान कई हमलों का गवाह बन चुका है। हमले के कुछ दिन पहले ही पुलिस ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-झांग्वी के प्रमुख आसिफ को पंजाब प्रांत में लाहौर के नजदीक मार गिराया था। आसिफ पाकिस्तान के अत्यंत वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल था और उस पर 30 लाख रुपये का इनाम था।
लश्कर-ए-झांग्वी की स्थापना सिपह-ए-सहाबा की एक आतंकवादी शाखा के रूप में 1996 में हुई थी। सिपह-ए-सहाबा एक सुन्नी समूह है जिसका उभार 1980 के दशक के मध्य में हुआ था। लश्कर-ए-झांग्वी ने सैकड़ों नागरिकों, अधिकतर अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों की हत्या की जिम्मेदारी ली है। पराचिनार की एक बड़ी आबादी शिया मुसलमानों की है और अतीत में बम विस्फोटों के जरिए अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जा चुका है।