अखिलेश सिंह के द्वारा पार्टी से निकाले जाने के बाद अमर सिंह ने कहा कि मुलायम के लिए वे विलेन बनने के लिए तैयार हैं। एक जनवरी को अखिलेश ने पार्टी अध्यक्ष बनते ही अमर सिंह को पार्टी से बाहर निकाल दिया था। तब अमर सिंह लंदन में थे। सोमवार की सुबह की वह दिल्ली पहुंचे। अपने निकाले जाने से जुड़े सवाल पर अमर सिंह ने कहा कि यदि वह विलेन हैं तो विलेन बनने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “अगर मुलायम सिंह जी अपने दिल से मुझे निष्कासित कर दें, तो मेरे लिए खेद का विषय है और दल का मेरे लिए महत्व नहीं है।”वहीं, मुलायम सिंह यादव के साथ अमर सिंह दिल्ली में चुनाव आयोग से आज दोपहर 2 बजे मुलाकात करेंगे।
इससे पहले अमर सिंह ने कहा था कि बार-बार उन्हें विलेन कहना ठीक नहीं है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में अमर सिंह ने कहा था कि कुछ लोग समाजवादी पार्टी में कलह के लिए मुझे जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। अमर ने कहा, ‘कुछ लोग समाजवादी पार्टी में कलह के लिए मुझे जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। कुछ लोग मुझे इतना ताकतवर बता रहे हैं कि मैं दुनिया के किसी कोने में रहूं, उथल-पुथल कर सकता हूं।’ उन्होंने कहा कि मुझे जीने दें और अगर मैं इसका कारण बताया जा रहा हूं तो वो(मुलायम) मेरा बलिदान कर दें। मुझे छुट्टी दें। शायराना अंदाज में अमर सिंह ने कहा, ‘मुझे तुमसे कुछ नहीं चाहिए, मुझे मेरे हाल पर छोड़ दो, मेरा दिल अगर कोई दिल नहीं उसे मेरे सामने तोड़ दो। दर-दर की ठोकरों मुझे इतना बता दो मेरा कुसूर क्या है, मुझे जीने दो।’ इससे पहले अखिलेश और रामगोपाल यादव को पार्टी से निकाले जाने को अमर सिंह ने ठीक बताया था। उन्होंने कहा था कि दोनों को पार्टी के खिलाफ काम करने की सजा मिली है। अमर सिंह ने कहा था, ‘आज तो कुछ ऐसा लग रहा है कि राम चंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा, बेटा करेगा राज बेचारा बाप जंगल को जाएगा।’