रांची: आर्किड हॉस्पिटल में गुरुवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की। इस क्रम में हॉस्पिटल के कई दस्तावेज इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने जब्त किया। आइटी की टीम ने हॉस्पिटल प्रबंधन के बोकारो और कोलकाता स्थित ठिकानों पर भी एक साथ छापेमारी की। आइटी की छापेमारी से निजी अस्पतालों में हड़कंप मचा हुआ है। छापेमारी में ज्वाइंट डॉयरेक्टर प्रणव कुमार कोले, डिप्टी कमिश्नर रणजीत मधुकर और डिप्टी डायरेक्टर इंवेस्टीगेशन मयंक मिश्र शामिल थे। अभी तक इन सभी जगहों को मिलाकर करीब 10 लाख नकद, 10 बैंक लॉकर, 80 बैंक एकाउंट और कैपिटल गेन से मुनाफा और कच्चे कागजात पर संपत्ति की खरीद बिक्री का सबूत मिला है। अग्रवाल जैन अडुकिया आॅर्किड हॉस्पिटल में प्रोमोटर और पार्टनर हैं, जबकि मनोज ड्रोलिया वहां दवा सप्लाई करते हैं।
इनका प्रतिष्ठान आकाश एल्यूमिनियम और प्रकाश एल्यूमिनियम लालजी हिरजी रोड पर है। वहीं स्वास्तिक एल्यूमिनियम बोकारो में है। टीम ने यहां भी छापेमारी की है। अग्रवाल के नाम की कंपनी पार्क एवेन्यू फाइन बेस प्राइवेट लिमिटेड में भी इंवेस्टमेंट किया गया है। कोलकता में जोड़ा बागान स्थित इनके प्रतिष्ठानों पर भी छापेमारी की गयी है। आर्किड हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ एससी जैन, राजकुमार अग्रवाल, राजेश अडूकिया और मनोज डरोलिया से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारी देर शाम तक पूछताछ में जुटे थे।
नोटबंदी में लाखों के वारे-न्यारे की सूचना
जानकारी मिली है कि हॉस्पिटल प्रबंधन ने नोटबंदी के नियमों का उल्लंघन कर लाखों का वारा-न्यारा किया था। छापेमारी में दो दर्जन से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों को लगाया गया था। जैसे ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम हॉस्पिटल परिसर पहुंची, वहां हड़कंप मच गया। रेड के दौरान किसी को अंदर जाने की मनाही थी। सिर्फ मरीजों के अटेंडेंट, डॉक्टरों, पारा मेडिकल स्टॉफों को ही आने-जाने की छूट थी।