रांची: मुनमुन हत्याकांड की जांच अब सीबीआइ करेगी। राज्य सरकार की ओर से इसकी अनुशंसा कर दी गयी है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को इस हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने को मंजूरी प्रदान की। विदित हो कि 16 दिसंबर 2016 को बूटी बस्ती में बीटेक की छात्रा मुनमुन की जघन्य हत्या कर दी गयी थी। मृतक छात्रा के परिजनों, जनप्रतिनिधियों और छात्रों की मांग पर सरकार ने सीबीआइ से इस मामले की जांच कराने का निर्णय लिया है।
पुलिस की नाकामी से बढ़ रहा था आक्रोश : इंजीनियरिंग छात्रा हत्या मामले में 19 दिन बाद भी हत्यारों को तलाशने में पुलिस नाकाम रही। एक तरफ जहां रांची पुलिस के अनुसंधान से लोगों में निराशा है, वहीं दूसरी तरफ अब छात्र संगठनों का आक्रोश सड़कों पर दिखने लगा है। यह सवाल बार-बार उठ रहा था कि आखिर पुलिस को और कितना समय चाहिए। मंगलवार को भी छात्रों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हरमू बाइपास रोड पर जाम कर प्रदर्शन किया। छात्र सीबीआइ जांच की भी मांग कर रहे थे।
19 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
घटना के बाद थानेदार से लेकर एसपी तक और एफएसएल के विशेषज्ञों से लेकर डीजीपी तक ने घटनास्थल का मुआयना किया। सबने समय-समय पर आश्वासन दिया कि जल्द खुलासा होगा। बावजूद इसके 19 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस का अनुसंधान जस के तस वहीं है, जहां से शुरू हुआ था। पुलिस अब तक इस घटना को एक ब्लाइंड क्राइम बता कर मीडिया से बचती रही। इसके कारण भी मामले में सीबीआइ जांच की मांग जोर पकड़ने लगी थी।