रांची। झारखंड सरकार ने किसानों और बेटियों के लिए नये साल में अलग-अलग सौगात दी है। गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में सरकार ने किसानों के हाथ में मोबाइल और बेटियों के नाम मुख्यमंत्री सुकन्या योजना शुरू करने का फैसला किया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव अमिताभ कौशल ने कैबिनेट की ब्रीफिंग में बताया कि पहले से चली आ रही मुख्यमंत्री लक्ष्मी लाडली योजना को री-स्ट्रक्चर कर मुख्यमंत्री सुकन्या योजना शुरू की जा रही है। इसके तहत सात अलग-अलग श्रेणियां बनायी गयी हैं, जिनमें लड़की के जन्म से लेकर उसके 20 साल होने तक राज्य सरकार सात अलग-अलग चरणों में पैसे देगी। उन्होंने बताया कि इस योजना का मकसद महिला सशक्तिकरण, बालिका शिक्षा और बाल विवाह पर रोक लगाना है।
आकस्मिकता निधि से 50 करोड़ रुपये एडवांस
कौशल ने बताया कि लक्ष्मी लाडली योजना के लिए फिलहाल झारखंड आकस्मिकता निधि से 50 करोड़ रुपये एडवांस के रूप में लिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि पहले से इस योजना के लाभुकों को अलग-अलग हिसाब से सेटल किया जायेगा। वहीं, स्पेशल ड्राइव चलाकर लक्ष्मी लाडली योजना के लाभुकों का डिजिटाइजेशन होगा और उन्हें नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट दिया जायेगा।
बेटी की जन्म से युवावस्था राशि देगी सरकार
इस योजना के तहत बेटी के जन्म से उसकी युवावस्था तक निश्चित समय अंतराल पर सरकार राशि जमा करेंगी। बेटी के जन्म से लेकर दो साल की अवधि तक 5000 रुपये बेटी की मां के खाते में डाले जायेंगे। इसी प्रकार बच्ची जब कक्षा एक में पहुंचेगी, तो पांच हजार, पांच में पहुंचेगी तो 5000, कक्षा आठ में पहुंचेगी तो 5000, 10वीं और 12 वीं में भी 5000-5000 हजार रुपये डाले जाएंगे। यदि बच्ची की शादी 18-20 साल की अवधि में नहीं होती है, तो उसके खाते में सीधे 10 हजार रुपये डाले जायेंगे। योजना पर अगले वित्तीय वर्ष में 150 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जायेगा। इस वित्तीय वर्ष के बकाया समय के लिए आकस्मिक निधि से राशि की व्यवस्था की जायेगी।