धनबाद। जिला परिषद धनबाद के अध्यक्ष रॉबिनचंद गोराई राजनीतिक चक्रव्यूह में फंस गए हैं। उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 22 सदस्यों ने उप विकास आयुक्त सह जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी(सीईओ) शशि रंजन को आवेदन दिया है। इसके बाद सीईओ ने गोराई का पावर सीज कर लिया है। साथ ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
15 जनवरी को जिला परिषद बोर्ड की बैठक में कांग्रेस नेत्री जिला परिषद सदस्य दुर्गा दास ने अध्यक्ष गोराई के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी। अविश्वास प्रस्ताव की बात आते ही अध्यक्ष ने बैठक रद्द करने की घोषणा कर हॉल से बाहर निकल गए थे। मंगलवार को 22 सदस्यों ने दुर्गा दास और अशोक सिंह के नेतृत्व में प्रपत्र क में हस्ताक्षर पर उप विकास आयुक्त से अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की। प्रपत्र क में हस्ताक्षर करने वाले 22 सदस्यों में जिप उपाध्यक्ष हसीना खातून, दुर्गा दास, अशोक सिंह, हिामन नायक, अनंता देवी, निशा देवी, चंचला देवी, सहिरस्ता प्रवीण, शहनाज परवीन, सीता देवी, सीमा बाउरी, रेनुका मोदी, सुनील कुमार मुर्मू, मिथुन रविदास, समेत 22 जिप सदस्य शामिल हैं। अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
हस्ताक्षर की होगी जांच
प्रपत्र क में हस्ताक्षर करने वाले 22 सदस्यों के हस्ताक्षर की जांच की जाएगी। जांच सही पाए जाने पर अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। उप विकास आयुक्त शशि रंजन ने बताया कि हस्तार की जांच के लिए जिला पंचायती राज पदाधिकारी द्वारा दंडाधिकारी नियुक्त किया जाएगा। जांच सही तो अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। अविश्वास प्रस्ताव पर फैसला होने तक सीज रहेगा।