कोलकाता। कांग्रेस नेता एनपी सिंह ने कहा कि दुख है कि ममता सरकार ने रथ को बंगाल में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी। 19 और 20 जनवरी को बंगाल में टीएमसी के कार्यक्रम का हवाला देते हुए इजाजत नहीं दी गयी।
फिलहाल पश्चिम बंगाल में सिर्फ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का ही राजनीतिक शो दिखेगा। दूसरे दलों को अपना शो दिखाने की इजाजत नहीं मिलेगी। इस बात को पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारी अपने क्रिया-कलापों से साबित कर रहे हैं। पहले भाजपा को रथयात्रा की इजाजत नहीं दी। अब कांग्रेस के रथ को नो एंट्री का सिग्नल दिखा दिया है। कांग्रेस समर्थित झारखंड किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले रांची से कोलकाता के लिए निकली रथ यात्रा धनबाद के गोविंदपुर में रुक गयी और यहीं से रांची लौट गयी।
गोविंदपुर में सभा सभा करते हुए लोगों को किसानों की समस्याओं व योजनाओं से अवगत कराया गया। रथ यात्रा में शामिल महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष एनपी सिंह ने कहा कि दुख है कि ममता सरकार ने रथ को बंगाल में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी। 19 एवं 20 जनवरी को बंगाल में टीएमसी के कार्यक्रम का हवाला देते हुए इजाजत नहीं दी गयी। यह रथ यात्रा रांची से आरंभ हुई थी जो रामगढ़, गोला, बोकारो, धनबाद होते हुए आसनसोल के रास्ते कोलकाता जानी थी। अब वापस रांची आयेगी। रथ यात्रा में रहमतुल्ला, पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, झारखंड किसान मजदूर महासंघ के महासचिव शिव उरांव, सचिव रमेश उरांव सज्जाद आलम, अनिल साव, किरिट भूषण रुज, विमल चंद्र डे, मोइन अंसारी, आशीष मांझी आदि शामिल थे।
भाजपा का रथ भी धनबाद में ही ठहरा : इससे पहले ममता सरकार ने भाजपा के रथ को बंगाल में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी थी। भाजपा का रथ अभी तक धनबाद में रुका पड़ा है। विधायक राज सिन्हा के आवासीय कार्यालय परिसर में रथ रोक कर रखा हुआ है। इस पर सवार हो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बंगाल में रथयात्रा निकालने वाले थे। रथ यात्रा रांची से कोलकाता तक जानी थी।
बंगाल में सिर्फ ममता का राजनीतिक शो, अब कांग्रेस के रथ को भी नो एंट्री
Previous Articleसदन में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा गूंजा
Next Article 35475 पदों पर की गयी स्थायी नियुक्ति : नीलकंठ
Related Posts
Add A Comment