बर्मा माइंस में झड़प, घरों में तोडफोड़, पथराव, 10 घायल
जमशेदपुर। औद्योगिक शहर जमशेदपुर के बर्मा माइंस इलाके के कैरेज कॉलोनी में पतंग लूटने को लेकर शुक्रवार को बच्चों के बीच लड़ाई हुई थी। इसी मामले को लेकर चूना भट्ठा मुहल्ले के दो समुदाय के लोग रविवार सुबह आमने-सामने आ गये। एक-दूसरे के घरों में घुस कर मारपीट और तोड़फोड़ की गयी। घरों के अलावा एक धार्मिक स्थल पर भी पथराव किया गया। इस हंगामे में 10 लोग घायल हो गये। एक समुदाय के घायलों को एमजीएम अस्पताल, तो दूसरे समुदाय के लोगों को परसुडीह खासमहल सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया है। घटना के बाद श्रीराम सेवाश्रम के लोग बर्मा माइंस थाना पहुंचे और सुरक्षा की मांग को लेकर थाना के सामने सड़क जाम कर दी। उनका आरोप था कि महिलाओं के साथ घरों में घुस कर छेड़खानी की गयी। उन्हें घर से निकाल कर पीटा गया। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझा कर मामला शांत कराया।
सिसई में धार्मिक स्थल के पास मिली हड्डी, एनएच जाम
उधर गुमला के सिसई में थाना रोड स्थित दुर्गा मंदिर के सामने एक पान की दुकान में एक पोस्टर चिपकाने के साथ प्रतिबंधित पशु के सिर और जबडे की हड्डी रख दिये जाने के कारण सिसई का वातावरण तनावपूर्ण हो गया। सुबह से ही एक समुदाय के लोग गुस्से में सड़कों पर उतर गये और एनएच को जाम कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और हड्डी और पोस्टर को जब्त कर थाना ले गये।
एनएच जाम करनेवालों का कहना था कुछ दिन पूर्व भी पोस्टरबाजी की गयी थी, जिसको लेकर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इस बार माहौल खराब करनेवालों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाये। जाम की सूचना पर तत्काल प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोरंजन कुमार, अंचल अधिकारी सुमंत तिर्की, एसडीपीओ बसिया दीपक कुमार, जिप अध्यक्ष किरण बाड़ा, जिप सदस्य सोमा उरांव, बीस सूत्री अध्यक्ष रविंद्र साहू, थाना प्रभारी श्याम बिहारी मांझी वहां पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाया। एसडीपीओ को लिखित आवेदन देकर 48 घंटे के अंदर संबंधित दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की गयी। लोगों ने कहा कि अगर इस अवधि में प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है, तो लोग अपने तरीके से कार्रवाई करेंगे। प्रशासन द्वारा कार्रवाई काआश्वासन मिलने पर जाम हटाया गया।