रांची। विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई। चर्चा पर सरकार का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हमने राज्य की जनता से जो वादा किया था, उसे पूरा किया। कहा कि हमने आसमान से तारे तोड़कर लाने का वादा नहीं किया था। हमारा वादा था राज्य की जनता को बिजली, पानी, रोजगार देना और स्वावलंबी बनाना। इस कार्य को पिछले चार वर्षों में हमने पूरा किया।

इस बात को हमारे कट्टर से कट्टर विरोधी भी स्वीकार करते हैं कि झारखंड में चार वर्षों में हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश ही नहीं, विश्व का पहला राज्य झारखंड है, जहां एक साथ 1.06 लाख युवाओं को रोजगार दिया गया है। इसमें भी विपक्ष यह कह रहा है कि पांच-छह हजार का रोजगार देकर युवाओं को ठगा गया है। उन्होंने कहा कि 25 हजार 172 युवाओं को आठ हजार की नौकरी दी गयी है। इनमें से अधिकांश वस्त्र उद्योग के क्षेत्र में गये हैं। इन युवाओं के दोनों समय का भोजन और रहने की व्यवस्था कंपनी द्वारा की जायेगी। उन्होंने कहा कि एक आदिवासी युवा को 11 लाख का पैकेज टाटा कंपनी ने दिया है। उन्होंने कहा कि कुल एक लाख छह हजार चार सौ 29 नियुक्ति हुई। इसमें 26 हजार से ज्यादा नौजवानों को राज्य में रोजगार दिया गया और 80 हजार नौजवानों को राज्य से बाहर रोजगार मिला है।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा लोन का लाभ 14.5 लाख युवाओं को दिलाया गया। ऐसे युवा, जो इनोवेशन की क्षमता रखते हैं, उनको रोजगार देनेवाला बनाया गया। चार वर्षों में 30 लाख घरों तक बिजली पहुंचायी गयी। आदिम जनजाति के युवाओं को दो प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गयी। इतना ही नहीं, डाकिया योजना के माध्यम से जंगल और पहाड़ पर रहनेवाले आदिम जनजाति परिवार को मुफ्त अनाज पहुंचाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबको न्याय के मूल मंत्र के साथ काम कर रही है। महिला शक्ति को स्वरोजगार देकर आगे बढ़ाने का काम सरकार कर रही है। पहली बार राज्य में एससी-एसटी आयोग का गठन किया गया। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हम मिल ्रकर चलेंगे, मिल कर सोचेंगे और झारखंड को विकसित राज्य बनायेंगे।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version